बुरे वक्त में सब रिश्ते तार – तार हुए यार जो कल तलक थे आज वो अगयार हुए ============================ हर तरफ देखकर खुदगर्ज़ी, चापलूसी को वफा और दोस्ती दोनों ही शर्मसार हुए ============================ कसूर अपना क्या बताएं भला मुंसिफ को हम तो जुम्बिश-ए- मिजगां से गुनाहगार हुए ============================ बार – […]
bharat
बेपनाह प्यार का मौसम चला गया तेरे साथ इंतज़ार का मौसम चला गया ======================= थाम लिया दामन-ए-मैकशी हमने इश्क के खुमार का मौसम चला गया ======================= ताल्लुकात तोड़ के चला गया तू जब शहर से बहार का मौसम चला गया ======================= कैसे करेंगे हम अब वो जुर्म-ए-खुशगवार तवाफ-ए-दर-ओ-दीवार का मौसम […]
किस्सा-ए-इश्क अपना इतना ही रहा बस आगाज़ ही किया था कि उसने कहा बस ========================== ज्यादा तो कुछ नहीं हुआ होकर जुदा तुमसे सीने में मेरे हल्का-हल्का दर्द हुआ बस ========================== क्या कहूँ क्यों हो गया तनहाई-पसंद मैं फितरत-ए-दुनिया को पहचान गया बस ========================== कुछ और सुनाने की ज़रूरत ही […]
ख्वाब आँखों में जितने पाले हैं सब के सब टूट जाने वाले हैं ==================== जो पसंद हो वही नहीं मिलता खेल कुदरत के भी निराले हैं ==================== हमें तुम क्या मिटाओगे, हमने सीने में तूफान पाले हैं ==================== कोई आवाज़ न उठाएगा यहां सबकी ज़ुबां पे ताले हैं ==================== कहीं […]