गाँव की औरतें घड़े को सिर पर उठाकर, हँसते हुए – घर में हँसी – ठिठोली करते हुए, अगर थोड़ा भी पास से, उनका कुआं हो सकता है पाने के लिए संघर्ष कर रहा है पास भी नल अगर होशपूर्वक नहीं कितनी बार से कुआं बाद लौटा पानी भरना,। कितना […]
बूंद-बूंद पानी का प्रवाह देता है एक धारा को पतली -पतली सी धाराएं गति देती हैं एक नदी को बलखाती ,इठलाती अठखेलियां करती चलती है अपनी ही यौवन की मस्ती में जीवन को पोषित करती है बाधाओं को अपने प्रचंड प्रवाह से लांघती पार करती हैं अनंत ऊंचाइयों, गहराइयों को […]
आज के बंगाल को देखकर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि 19 वी सदी के आरंभ का पाकिस्तान व बांग्लादेश के यही समीकरण होंगे। उस समय भी अंग्रेजी सत्ता ने मुस्लिमो के अव्यवहारिक घुसपैठ को महत्व न देकर, नजरअंदाज किया। इस समय बंगाल भी उसी दौर से गुजर रहा […]
कभी तो चैन से रहा करो यूं बेचैनी न दिखाया करो व्यर्थ समय न गंवाया करो स्वयं को ज़रा संवारा करो मायूस चेहरे पर मुस्कान आए कुछ ऐसी जुगत भिड़ाया करो सुख,आंनद, खुशी वह देगा बस प्यार से उसे पुकारा करो सूरत एक सी है उसकी- हमारी उससे योग लगाया […]
शहरों सा झुलस रहा है अब गॉंव पीपल रहा न चौक में, मिट गई ठंडी छांव जल-जंगल सभी हो गये यहॉं लापता कंक्रीट के जंगलों ने पसारा चहुंओर पांव शहरों सा झुलस रहा है अब गॉंव ताल-तलैया, नदी-पोखर, कुए सब सूखे मानव बनकर दानव खेल रहा स्वार्थ के दॉंव शहरों […]
नारी को अबला न समझना तुम वह गगन मे वायुयान उड़ाती है। कल्पना बन कर यही नारी, अब अंतरिक्ष में पहुंच जाती हैं।। विद्वता मे वह अब कम नहीं, उच्च शिक्षा लेकर उच्च अंक पाती हैं। बड़े बड़े स्कूल व कॉलिजो में भी वह अब पुरुषों को भी पढ़ाती हैं।। […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।