कितने भोले हो राम तुम सहज प्रसन्न हो जाते हो जो भी मांगता है तुमसे उसे वही तुम दे देते हो अवतार रूप में आकर हर एक का उद्धार किया सनातन रक्षा की खातिर रावण का संहार किया वचन दिया जो भी आपने उसे हर हाल में निभाया है वचन […]
होई वही जो राम रचि राखा गरीब के लिए बढ़ गया फ़ाक़ा अब 17 मई तक सीमा बढ़ाई निश्चित नही है फिर भी भाई कोरोना से आ गया अब रोना हे प्रभु , तुम ही कुछ करो ना माना गलती हमारी भी है भारी लापरवाह जीवन शैली हमारी गम्भीरता को […]
इक्कीस दिन सह लिया उन्नीस दिन ओर सहेंगे अभी तक घर पर रहे उन्नीस दिन ओर रहेंगे घर का चूल्हा कैसे जले यह भी तो बतलाना था जिनको वेतन नही मिलता उनको जतन समझाना था मजदूरों का हाल बुरा है रोजी रोटी ठप्प हो गई घर मे खाने को दाने […]
प्रभु याद में जीवन बिताया सदा शांति का पाठ पढ़ाया स्वेत वस्त्र में देवी स्वरूपा चेहरे पर तेज सब ही ने देखा जेब और पर्स से दूर रही फिर भी सदा धनवान रही ओम शांति का पाठ पढाती हर किसी को अपना बनाती हलचल उन्हें नही भाती थी परमात्म स्थिरता […]
कोरोना के कहर ने कर दिया है बेहाल घर मे सब कैद है न आटा है न दाल गरीबो की भूख को अनदेखा करना नही यह फ़र्ज हम सबका है किसका चूल्हा जला नही सरकार हम सबसे है करिए उसको सहयोग कोरोना के खात्मे को अपनाइए सफाई योग जनता कर्फ्यू […]
सफल हुआ जनता कर्फ्यू कोरोना को भगाने में यादगार बन गया 22 मार्च रविवार । इतिहास रच गया जनता कर्फ्यू जंग लडने साथ खड़ा परिवार ।। थम-सी गई हैं जिंदगी की रफ्तार सूनी हुई गली , सडकें , बाजार । देश-विदेश,गांव-शहर में चहुंओर कोरोना ने मचाया है हाहाकार ।। पांच […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।