कोरोना से हम जंग जीतेगें ….

0 0
Read Time1 Minute, 22 Second

सफल हुआ जनता कर्फ्यू

कोरोना को भगाने में यादगार
बन गया 22 मार्च रविवार ।
इतिहास रच गया जनता कर्फ्यू
जंग लडने साथ खड़ा परिवार ।।

थम-सी गई हैं जिंदगी की रफ्तार
सूनी हुई गली , सडकें , बाजार ।
देश-विदेश,गांव-शहर में चहुंओर
कोरोना ने मचाया है हाहाकार ।।

पांच बजे सब लिए खडें थे
शंख,घंटी और हाथों में थाली ।
कोरोना गो , कोरोना गो बोल
एकसाथ खडें हो बजाई ताली ।।

हमने एक वक्त पर एक साथ
खड़े हो दिया उनको सम्मान ।
जो अपना सबकुछ भूलकर
हमारी रक्षार्थ संभालें हुए मैदान ।।

कोरोना को भगाने के लिए
देशवासियों ने एकता दिखाई ।
जाति धर्म से बड़ा देश धर्म हैं
यह बात जगत को बतलाई ।।

दिन भर हाथ को साफ करो
गले मिलने को माफ करो ।
बस दूर से ही साथ जोडें
मेलजोल को अभी हॉफ करो ।।

घर पर रहना करनाअपना काम
भीडभाड़ से बचना ही एतराम ।
थोडी सर्तकता , सावधानी ही
लगा सकती हैं इस पर विराम ।।

#गोपाल कौशल
नागदा जिला धार मध्यप्रदेश

matruadmin

Next Post

सफाई योग

Tue Mar 24 , 2020
कोरोना के कहर ने कर दिया है बेहाल घर मे सब कैद है न आटा है न दाल गरीबो की भूख को अनदेखा करना नही यह फ़र्ज हम सबका है किसका चूल्हा जला नही सरकार हम सबसे है करिए उसको सहयोग कोरोना के खात्मे को अपनाइए सफाई योग जनता कर्फ्यू […]

पसंदीदा साहित्य

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।