होली का त्यौहार है आया, खुशी हजारों रंगों में। प्यार से होली खेलेंगे ना, शामिल होना दंगो में। मदिरा सेवन करें नही हम,सादा खाना खाना है। द्वेष बैर ना दिल मे अपने,सबको गले लगाना है।। प्रेम के हम पैगामी हमको,पड़ना ना भई पंगो में। प्यार से होली खेलेंगे ना,,,,,,,,,,,,, घर […]

होली का त्योहार निराला है है भैया। हर एक रंग की शान निराली है भैया।। 1. लाल रंग खतरे का सूचक, हरा रंग हरियाली का। केसरिया है त्याग शौर्य का, श्वेत रंग खुशहाली का।। आपसी भेदभाव भुलाकर, प्रेम करो तुम सब भैया..।। …… होली का त्योहार 2. होली के दिन […]

आज देश महफूज कहाँ है अपने ही गद्दारों से सीमा पर तो रण करलेंगे निपटें कैसे खोटों से कौन कहे इन हैवानों की करतूतें कब होंगी कम बच्चा बच्चा चीख रहा है और सभी की आँख है नम जुबां जुबां बोले फिर अब तो इन्कलाब की बोलियाँ अपने ही अपनों […]

होली के रंग एकता का प्रतीक हमें सिखाये।। होली रंगीन खुशियाँ बटोरती राह दिखाये।। रंग बिरंग गहरी परिभाषा स्नेह मिलाये।। अनेक रंग मिलकर बढ़ाती रश्में निभाये।। #नवीन कुमार भट्ट परिचय : पूरा नाम-नवीन कुमारभट्ट उपनाम- “नीर” वर्तमान पता-ग्राम मझगवाँ पो.सरसवाही जिला-उमरिया राज्य- मध्यप्रदेश  विधा-हिंदी Post Views: 17

हम हैं भक्त श्री राम के, बाकी नहीं है काम के, रामलला है तंबू में , हम आदी तामझाम के।।  हमें गर्व है सेना पर , वे नहीं है सैनिक नाम के,  राजनीति में मत खींचो , वही बचे हैं काम के ।।  इधर उधर की बातें छोड़ो,  राजनीति का […]

गुरु अगर न होते तो जग में राहें चुनना मुश्किल था गुरु न होते तो अर्जुन का अर्जुन बनना मुश्किल था गुरु के जैसा शुभचिंतक और न कोई दूजा है गुरवर के पावन चरणों को ईश्वर ने भी पूजा है शास्त्रों ने महिमा गाई है वेदों ने मान बढ़ाया है […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।