नई दिल्ली| अप्रेल 30, 2018. भगवान बुद्ध की प्रज्ञा करुणा व समता की शिक्षा से ही विश्व शान्ति संभव है. विहिप कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर आज प्रात: दक्षिणी दिल्ली के बुद्ध विहार में दर्शन-पूजन के उपरान्त कहा है कि भारत की पावन धरा पर अवतरित […]

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सरेराह कार में ऐ.सी.का मजा लेते हुए मैंने, कुछ मजबूरियों को नंगे पैर चिलचिलाती हुई धूप में, गिड़गिड़ाते हुए देखा! खिलौने ले लो ना मेडम ! आपका बच्चा बहुत खुश होगा। उनके पैरों के छाले मेरे सीने में जखम करते हैं । उनके पैरों में चप्पल भी नहीं हम ऐ.सी […]

दूर दूर तक देखा मैंने l ऐसा संत नही पाया l निर्विकारी, निर्विकल्प l नीर सी दिखती है छाया l दूर दूर तक देखा मैंने l ऐसा संत नही पाया lI जादूगर तो है नही l पर जादू उनको है आता l कहता कोई शब्द नही पर l समझ हमे […]

खड़ा हो होश कर ग़ालिब ज़हन में क्यों तू ज़िन्दा है। मर्ज की आड़ में छिपकर दर्द क्यों तूने दे डाला खड़ा हो होश कर ग़ालिब ज़हन में क्यों तू ज़िन्दा है। दर्द के उस मसीहे का पता हो गर बता देना पुकारा है किसी ने आज सोया हो गर […]

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(मजदूर दिवस पर विशेष) आज फिर हो रही है शहर में ही नही पूरे देश में मात्र औपचारिकता जी हाँ मजदूर दिवस की औपचारिकता । यही तो होता है हर दिवस पर टेंट लगाकर ली जाती हैं सभाएं पहनाई जाती है फूल -मालाएं और किया जाता है गुणगान बताया जाता […]

द्रोपती की ईज्जत बचाई आप ने अब बेटियों की पुकार सुन चले आईये श्री कृष्ण अब इन बेटियों की ईज्जत बचाने आईये जिस बेटी को धरती का सबसे पवित्र माना गया हर कार्य का पहले शुभारंभ जिसके हाथो से किया गया आज क्यो वह लुट रही क्रुरता भरे बाजार में […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।