भिवानी | 24 मार्च को भिवानी हरियाणा में एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित किया जायेगा, जिसमें साहित्य शिक्षा को समर्पित गुगन राम सोसायटी रजि.भिवानी व टाटिया विश्व विद्यालय, श्रीगंगानगर के संयुक्त तत्वावधान में इक्कीसवीं सदी नव विमर्श विषय पर 24 मार्च को आर्य समाज घंटाघर सभागार में एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय […]

(1)जप से तप      काया कर निर्मल      बनते संत        (2)संत के मुख       बहती ज्ञान गंगा        नहाते श्रोता         (3)है पूजनीय       सभी धर्मों के संत       करे वंदन        […]

दयाधर्म का पाठ पढ़ाया | जग को अहिंसा के मार्ग पर चलाया || बापू आपके बिना सब सूना-सूना है | आपको हृदय में हमारे रहना है || जन-जन का उद्धार किया | भूले-भटकों को मार्ग दिखाया || आपको हम कैसे-क्यों भुला दें? क्या कसूर था बापू का, कोई तो बता […]

‘माँ हिंदी’ संजीव कुमार गंगवार जी द्वारा लिखित एक अमर ग्रंथ है | राजभाषा/राष्ट्रभाषा हिंदी को समर्पित यह ग्रंथ हिन्दी साहित्य की जानकारियों को अपने आप में प्रत्येक कालखंड सहित समेटे हुए है, जिससे शोधकर्ताओं को अत्यधिक पसंद आयेगा ग्रंथ – माँ हिंदी | 280 पृष्ठों में लिखित यह दस्तावेज […]

कौआ काला-काला | खोल लिया इसने अक्ल का ताला ||     काँव-काँव का राग सुनाता | पर कभी न धोखा खाता ||        कौआ काला-काला | इसका बड़ा बोलबाला || छत की मुंडेर पर काँव-काँव बोले | चुन्नू-मुन्नू के मन में मिश्री घोले ||        प्यारे-प्यारे मामा आयेंगे | चना-रेबडीं […]

सुबह-सुबह रमुजिया की झोपड़ी पर नगर निगम के कर्मचारियों ने धावा बोल दिया | दलील थी कि देश के प्रधानमंत्री शहर में दौरे पर आ रहे हैं और उनका काफ़िला इसी मुख्य सड़क से होकर गुजरेगा | वे अगर ऐसी गंदी झोपड पट्टी को देखेंगे तो उन्हें बुरा नहीं लगेगा […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।