खिले हर रंग के हैं फूल चमन बोलो ये किसका है। जमीं तो नाप ली सारी, गगन बोलो ये किसका है। मैं हिन्दू हूँ, मुसलमां तू, और कोई ईसाई है, सभी की जातियाँ अपनी वतन बोलो ये किसका है। नाम : निखिलेशसिंह यादव जन्मतिथि : 21.10.1977 पता : शास्त्री नगर, गोविंदपुर […]

आदरणीय भार्गव जी को उनके लेखन के लिए नमन भारत यह भी जान ले कि अंग्रेजी सीखने का सही तरीका क्या है तो भी कल्याण हो जाए| अंग्रेजी अच्छे से कैसे सीखें: यूनेस्को की पुस्तक (इम्प्रूवमेंट इन द कुआलटी आफ़ मदर टंग – बेस्ड लिटरेसी ऐंड लर्निंग, २००८, पन्ना १२) से निम्न […]

महक उठी है कहीं फिरसे रातरानी क्या लौट आई दोबारा मेरी ज़िंदगानी क्या ========================== देख के ताजमहल ये सवाल उठा दिल में गरीब के इश्क की भी है कोई निशानी क्या ========================== लुटा तो दी रंगीनियों का मज़ा लेने में थी इसी काम के लिए तेरी जवानी क्या ========================== वो […]

हाल दिल का सदा ही छुपाते रहो । कोई कुछ भी कहे मुस्कराते रहो ।। आँसुओं से कहो दिल के भीतर रहें । आंख की हर नमी को सुखाते रहो।। बांट कर फूल दुनियाँ की झोली भरो, अाप कांटों से दामन सजाते रहो।। वेवफा हैं करें वेवफ़ाई सनम, प्यार के […]

कटी जो तुम बिन एक उमर थी। बीती जो तुम संग,वो थी जिंदगी। किया जो तूने,शायद इशक था , की जो मैनें,वो तो थी बंदगी। तूने जो की,वो थी दिल्लगी निभाई पर मैने,दिल की लगी। यकीन के बदले में मिली शर्मिदगी। कर गया तू साथ मेरे दरिंदगी। बेवफाओ की  ,की […]

जिस शाख़ से हैं हम आकाश की ऊँचाई पर उड़नें की ख़ातिर उस शाख़ से जुदा होते लोगों को देखा है अपनों से जुदा हुए लोगों की याद में इस शाख़ को रोते देखा है फिर भी फ़क़त मैं जुडा हूँ उस शाख़ से बाकी, उस शाख़ से जुदा होते […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।