जान लें सही अर्थों में जिंदगी के मायने। क्योंकि पल भर पहले ही रही है जो जिंदगी, उलझते ही नियति के चक्र में सुपुर्दे ख़ाक हो जाती है। देखते ही देखते राख हो जाती है। यही है सच्चाई जीवन की, पर समझकर भी नहीं समझते हैं हम जिंदगी के मायने। […]
है वेदना गर मेरे मन में, क्यूं धीर बूंदें खो रही हैं। क्यूं जागती हैं मेरे संग में, जबकि वो सुख से सो रही है॥ सावन की ये ठंडी हवा क्यूं, मुझे ज्येष्ठ की लू लग रही है। है मन मेरा विरह अग्नि में तो क्यूं, न लपटें चैन उसका खो रही […]
पक्षियों की चहचहाहट से, एक एहसास रोज होता है मुझे, सुबह उठते ही घर की मुंडेर पर कुछ दाना-पानी रखने का। होता है यह एहसास, इसलिए भी कि- भोर होते ही पक्षियों का कलरव मुझे चेता जाता है अपने नन्हें बच्चों के साथ चिंच्याते,गुटर-गुं करते। मेरे ये मित्र, आते ही […]
थोड़ी शरमाती है,थोड़ी इतराती है…, फिर चोरी चुपके से ख्वाबों में आती हैl दीदार हुआ जबसे उन जालिम नजरों का…, वो चैन से सोती है,मुझे नींद न आती है। कमर को छूती है जब,लट उसकी काली…, नागिन डर के मारे घूंघट में छुपती है। नवयौवना की यारों हर बात […]
क्यों हुए आतुर हमारी नापने गहराई मन की, क्यों छुआ है घाव मेरा जागती है पीर तन की। चाँदनी भी चुभ रही है जो जगाती याद उनकी, कोई चुनरी तान दे अब तारकों की और तम कीलll सूझता न पथ कोई भी गर्दिशों की धुन्ध इसमें, फूल हैं न पात […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।