अहमदाबाद के नजदीकी गाँव, नदी किनारे स्थित था | उस गाँव में संजय और सारिका दोनों सुख चेन से रहते थे | दोनों में गहरा प्यार था | इस वजह से संजय और सारिका ने प्रेम शादी किया था | संजय पोलिस की नौकरी करता था | संजय और सारिका […]

खुदा के फजल से अच्छी-खासी गृहस्थी चल रही थी, पर जब से यह मी टू का वायरस शुरु हुआ है तब से दिल में तूफान मचा पड़ा है। मुझे अपने कालेज के वो पुराने दिन याद आने लगे जिनकी सुनहरी यादें सीने में दफन थी। वैसे कालेज के दिनों में […]

आज का दिन बहुत ही पवन है इस दिन हर जाती धर्म के लोग इस त्यौहार को अपने अपने तरीके से मानते है / पर हर एक का मानना वो ही है जो जग जाहिर है / की दीप जलाकर सिर्फ खुशियों को जाहिर करे और भाई चारे तथा साद […]

अन्नदाता का पर्व है गोवर्धन पूजा महान किसानी संग मवेशी पूजे बरकत दे भगवान गोवर्धन पर्वत सा आश्रय मिले सहायता करें द्वारकानाथ हर फसल पर्याप्त हो दूध मिले अमृत समान कर्जदार किसान न हो फसल उसकी बर्बाद न हो ऐसा योग लगे खेती पर अन्न गुणों की खान हो। #गोपाल […]

गोवर्धन को हम *गोबरधन* भी कहते रहें तो क्या हानि है। गोवर्धन एक व्यापक शब्द है जो हमे गोवंश एवं किसान के प्रति सम्मान व संरक्षण का बोध कराता है । *गोबरधन* और भी व्यापक शब्द है जो हमे समस्त पशुधन व किसान कृषक ,कृषि कर्मी ,मजदूर सभी के सम्मान […]

कुछ जीवन के लम्हे लिखे,कुछ जीवन के लम्हे खो गए। चंद बाते पन्नो पर लिखी , चंद मन के कोनो में खो गयी।। वो  जो  लम्हे  कहीं खो गए है,बस वही तो जीवन था। बेशक उन लम्हो में धोखा था,पर धोखा उजागर तो ना था।। वो बीते लम्हो में जो […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।