कराता है वही जो पिता है हमारा सिखाता है वही जो पिता है हमारा वास्तव मे हम कठपुतली है उसकी नचाता है वही जो पिता है हमारा सफलता उसकी असफलता उसकी रिमोट कन्ट्रोलर वो जो पिता है हमारा गुमान कैसा फिर अपने मैं पन का सुप्रीम तो वही जो पिता […]

कोना फटा पोस्टकार्ड था अशुभ सूचना संकेत डाकिया जिस घर भी लाता शोकमग्न होता हरेक अमीर गरीब सबके क्रिया क्लाप थे एक दुख की उस घड़ी में विरक्ति भाव आते अनेक आधुनिकता के युग मे आज मृत्यु भी स्टेट्स सिम्बल बन गई श्रद्धांजलि भी होर्डिंग मे सज गई दिवंगत की […]

परमात्मा की देन है जीवन यह श्रीमान जब तक यह जीवन चले लो परमात्मा का नाम जो जीवात्मा धरा पर है वह परमात्म उपहार उन सबको अपना मानो तभी सुखद संसार सद्कर्म तुम्हारे हाथ है यश,अपयश विधि हाथ सदमार्ग पर गर चलोगे परमात्मा भी देंगे साथ। #गोपाल नारसन परिचय: गोपाल नारसन […]

जीवन सबका रेत समान फिर काहे का करों अभिमान फिसलता जाता सांसो स्वांस फिर खत्म हो जाती सब आस मिट्टी से जन्मा मिट्टी हो जाता सच मे हाथ कुछ भी न आता जो कर्म किये जीवन में अच्छे वही साथ निभाते सच्चे फिर समय क्यो गंवाता बन्दे एक एक पल […]

हर पल याद रहे प्रभु ऐसे करो सदकाम दिल किसी का दुखाओ नही सबको करो प्रणाम ईश्वर की सन्तान है सब क्या बड़ा क्या छोटा आत्मभाव से सम्मान दो धर्म जात सब छोटा इंसानियत है बड़प्पन जिसको तुम अपनाओ जो भी है प्रभु का बन्दा सब पर प्यार बरसाओ। #गोपाल […]

बुरा जो देखन चले हम स्वयं बुरा हो जाये मन मे बुरे विचारो से संस्कार दूषित हो जाये मन की हालत खराब न हो देखो अच्छाई तुम सबकी जो सद्गुण मिले किसी से ग्रहण करों तुम उनसे अच्छा सोचो ,अच्छा बोलो अच्छे तुम बन जाओगे नही रहेगी बीमारी कोई सबके […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।