झूठ,बेईमानी,मक्कारी में हो रहे कुछ लोग मालामाल सत्य,ईमानदारी,सादगी में भले लोग हो रहे रोज बेहाल चोंकिए नही इसका दोषी है कलियुग का महाकाल गधे पजरी खा रहे है बौद्धिक बजा रहे सिर्फ गाल इस कलियुग के प्रभाव से अब तो मुक्ति पानी होगी जो विकार घेरे है हम सबको उनको […]

सद्चिन्तन से दूर होती जीवन की हर चिंता तनाव भी हर लेती है बनती दुखो की हंता परचिंतन से दूर रहे स्वचिंतन करते रहे स्वस्थ तन मन होगा जीवन खुशियो भरा होगा बाहरे भी खिल जायेगी जीवन मे रंग भर जायेगी आत्म सन्तोष भरपूर होगा आत्मा मे नूर होगा । […]

सदा सत्य के पथ जो चले सफलता वही तो पाते है जो असत्य का मार्ग चुने वे कष्टो से घिर जाते है एक झूठ सौ पाप बराबर एक सच सौ पुण्य बराबर इनमे से जो पुण्य कमाए वही शांति खुश को पाते है आत्मा भी उनकी पावन रहती परमात्म आनन्द […]

जिनको मिलता है बड़ों का आशीर्वाद वो पार तर जाते हैं, जो करते हैं बड़ों की उपेक्षा वे ही कष्ट बहुत पाते हैं, बुजुर्ग सेवा नारायण सेवा मेवा वही तो पाते हैं, मानते हैं जो बड़ों की बात सफल वही हो पाते हैं, माँ-बाप ही भगवान हैं घर के जो […]

जो सत्य की राह पर चलते हैं, उसूलों की चासनी में पकते हैं झूठ से कभी नहीं जो डरते हैं, वही तो राजा हरिश्चंद्र बनते हैं। जो परमात्मा को सर्वस्व मानते हैं, परमात्म राह को अपनाते हैं परमात्म मत पर ही चलते हैं, वही परमात्म सुख भी पाते हैं। काश! […]

लोकतन्त्र का हो गया यह तो अजब-सा खेल, भूख से किसान बेहाल है अमीर बन रहे धनकुबेर, सौ धनाढ्यों ने कब्जा ली दो तिहाई धन सम्पत्ति, गरीब महंगाई से आहत है पेट पर बांध रहा है पट्टी, सामाजिक असमानता का यह तो हो गया नंगा नाच, अमीर ओर अमीर हो […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।