अभिवादन करना किसी का है खुशी का ही काम दूसरे का मान बढ़ता खुद को मिलता सम्मान मन मे दुसरो की इज्जत होती गुण बढ़ता निरहंकार स्वयं को छोटा समझने से व्यक्ति बनता सदा महान पर जो अभिवादन पाकर भी पचा न पाये अपनेपन को अहंकार के वशीभूत रहकर उपहास […]
देश को आजाद कराने के लिए यूं तो असख्ंय राष्टृभक्त वीरो ने अहम भूमिका निभाई थी। इन वीरो ने अपने प्राण न्योछावर करते हुए देश की आजादी का मार्ग प्रशस्त किया था। इन राष्टृभक्तो में युवा भी थे,महिलाए भी थी और बुजुर्ग भी थे ।जिनकी कुर्बानी आज भी भारत […]
बडो का सम्मान ही दिलाता हमे भी मान जो बडो का सम्मान करे होता उसका गुणगान प्यार के दो बोल चाहिए बस थोड़ी सी देखभाल इतने मे ही खुश रहते अपने पूज्य तू जान जीवन का अनुभव बड़ा सीखा दे सुबह और शाम देख उन्हें मुस्कुरा दो जरा फिर जो […]
ताज नगरी मे जन्म लिया इटावा मे करते थे टन्कण् सरस्वती का मुख मे वास जीत लिया शब्द विश्वास फिल्मी गीतो से हुए यशस्वी कविता के थे बड़े तपस्वी गीतो मे भी अध्यात्म दिया मेरा नाम जोकर को अमर किया रचनाओं मे ही जीते रहे कविता जीवन पर्यन्त रचते रहे […]
शांतचित है मूल आधार खुशी रहती इसमे अपार व्यर्थ सोच की जगह नही करते किसी का बुरा नही विकार मुक्तता प्रमुख है गुण अहंकार रूपी नही है घुण समानता समभाव के है धनी प्यार की ऐसो मे नही है कमी आत्म स्वरूप मे जीवन बिताते परमात्म ज्ञान से जीवन सजाते। […]
एक निवेदन मेरा भी सुन लो आप ध्यान से कुछ तो समय निकालो अपने लिए भी काम से जीवन सारा बीत न जाये रोटी,कपड़ा,मकान मे परमात्मा का नाम लेना भी न आ पाये ख्याल में जीवन है प्रभु की देन कुछ अपेक्षा है आपसे व्यस्त समय से समय निकालो मिल […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।