दिल में है कुछ छुपा हुआ,
आज होंठों पर हम लायें ।
चलो खुशनुमा मौसम में ,
प्यार का त्यौहार मनायें ।।
ये तो हसीन लम्हा है,
एक- दूजे के हम हो जायें ।
दिलों में प्यार इतना भर लें,
हर दिन # प्रेम दिवस* बन जायें ।।।।।
वासिफ काज़ी ,इन्दौर
परिचय : इंदौर में इकबाल कालोनी में निवासरत वासीफ पिता स्व.बदरुद्दीन काजी ने हिन्दी में स्नातकोत्तर किया है,इसलिए लेखन में हुनरमंद हैं। साथ ही एमएससी और अँग्रेजी साहित्य में भी एमए किया हुआ है। आप वर्तमान में कालेज में बतौर व्याख्याता कार्यरत हैं। आप स्वतंत्र लेखन के ज़रिए निरंतर सक्रिय हैं।