राष्ट्रीय एकता दिवस

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हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई,
हम सब हैं भाई भाई,
एक कुटुंम्ब है देश हमारा,
है एक हमारी माई।

जाति धर्म का ज़हर न घोलें,
सबको गले लगाएँ हम।
सबके दिलों में मिलकर,
प्रेम के दीप जलाएँ हम।

न्याय सत्य के पथ पर चल,
जीवन आदर्श बनाएँ हम।
नफ़रत की दीवार तोड़कर,
प्रेम के महल बनाएँ हम।

भष्टाचार जग से मिटाकर,
जीवन खुशहाल बनाएँ हम।
तन मन धन और कर्म से,
माँ पर प्यार लुटाएं हम।

एक उपवन के पुष्प हैं हम,
हैं एक गगन के तारे हम।
संतान हैं हम एक माता के,
एक माला के मोती हम।

दो पैसे के लालच में हम,
कहीं पाप ना कर बैठें।
भारत माँ के हृदय को,
कहीं घाव ना दे बैठें।

बिखरे मोती माला के ,
ना किसी काम के होते हैं।
फसल काटते हैं वही हम,
जो कर्मों से बोते हैं।

शक्ति एकता की पहचानों,
आँख, कान सब खोलो तुम।
आपस में जो झगड़ गए ,
क्या पाओगे बोलो तुम?

मानव को मानवता का,
आओ पाठ पढ़ाएं हम।
लाचारों को हम मिल कर,
उनके अधिकार दिलाएं हम।

आओ हम एक शपथ उठाएँ,
देश को अखण्ड बनाएँ हम।
राष्ट्रीय एकता का शुभदिन,
मिल जुल कर मनाएँ हम।

स्वरचित
सपना (स. अ.)
जनपद औरैया

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।