सपनों को सच होने दो

1 0
Read Time2 Minute, 9 Second

सपनों को सच होने दो ,
जीवन को मत रोने दो ,
जीवन है बहुमूल्य हीरा ,
जीवन को जग से जीने दो ,
सपनों को सच होने दो तुम !

रह ना जाए कोई बेकार ,
जीवन को मत भूलने दो ,
जीवन है फूलों का हार ,
जीवन को जग जितने दो ,
सपनों को सच होने दो तुम !

प्यार के चक्कर मे पडोगे तो ,
मोबाइल मे रहोगे तुम ,
जीवन दो पल की चीज है ,
इस पल को बर्बाद करोगे तुम ,
सपनों को सच होने दो तुम !

जीवन मे ऐसा करो तुम ,
तुम्हारे पीछे पूरी जहाँ घूमे ,
ना किसी के प्यार के चक्कर मे पड़ो तुम ,
ऐसा करो की तुम्हारे चक्कर मे दुनिया पड़े ,
सपनों को सच होने दो तुम !

कॉल करके रास्ते मे बुलाती हो ,
मिलने के बहाने पढ़ने जाती हो ,
अभी तक तुम ना सम्भलोगी तो तुम ,
तुम्हारी दुनिया नर्क बन जाएगी एक दिन ,
सपनों को सच होने दो तुम !

शिक्षक तुम्हें ज्ञान सिखलाते ,
कभी ना तुमको गलत राह दिखलाते ,
तुम शिक्षकों का आदर करोगी तो ,
प्रेम का चक्कर छोड़ पुस्तकों से प्रेम करोगी तुम ,
सपनों को सच होने दो तुम !

अभी भी समय है तुम्हारे पास ,
पढ़ाई से प्रेम करोगी तुम ,
जीवन मे शिक्षकों को आदर करोगी तो ,
प्रेम से भी ज्यादा खुश रहोगी तुम ,
सपनों को सच होने दो तुम !

सभलना है तो संभल जाओ ,
अभी भी समय है छात्रों ,
नर्क से बच सकतें हो तुम ,
जीवन मे खुशियाँ चाहों तो ,
सपनों को सच होने दो !

शिक्षक के कहें पथ पे चलो तुम ,
सारी खुशियाँ तुम्हें मिलेगी ,
सारा जहाँ तुम्हारे पीछे-पीछे घूमेगा ,
ऐसा जीवन जियो तुम तुम !

रुपेश कुमार

matruadmin

Next Post

विद्या

Wed Sep 2 , 2020
विद्या जिसके पास है वही तो सबसे खास है विद्या से बड़ा धन नही विद्या किसी से कम नही तमस को विद्या हरती है विद्या उजाला करती है जीवन मे राह दिखाती सरस्वती पास आ जाती मुख में मिठास घुलती है विद्या रिश्ते बुनती है आओ विद्या ग्रहण करे ज्ञान […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।