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सबके हित मे अपना हित
नही करो किसी का अहित
परचिन्तन से बचकर रहो
कभी किसी को बुरा न कहो
पहले अपनी बुराई को देखो
जो बुराई है, दूर करके देखो
ह्रदय परिवर्तन हो जाएगा
पतित से पावन बन जाएगा
तब ,परमात्मा प्रसन्न हो जाएंगे
उतर धरा पर आ जाएंगे
सौभाग्य हमारा बनाएंगे
एक स्वर्णिम दुनिया रचाएंगे।
#श्रीगोपाल नारसन
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