
इन्दौर ।
भारत की राष्ट्रभाषा हो हिन्दी ऐसी अवधारणा को जनमानस में पहुँचाने के लिए प्रतिबद्धता से कार्यरत मातृभाषा उन्नयन संस्थान का संस्थान गीत का ऑनलाइन लोकार्पण सोमवार को सम्पन्न हुआ।इस गीत को कवि सम्मेलन के प्रसिद्ध गीतकार एवं ऋषभदेव निवासी कवि नरेंद्रपाल जैन ने लिखा एवं स्वर भी श्री जैन ने ही दिया है।मातृभाषा उन्नयन संस्थान गीत के नाम से यह यूट्यूब पर ही उपलब्ध है। इस गीत को जारी करते हुए संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने कहा कि संस्थान हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के अपने ध्येय की ओर अग्रसर है, उसी बात को सुप्रसिद्ध कवि नरेंद्रपाल जैन ने गीत में बहुत ही अच्छे से पिरोया है।ज्ञात हो कि गीतकार नरेंद्रपाल जैन कवि सम्मेलन मंचों के ख्यात गीतकार एवं जैन कवि संगम के संस्थापक अध्यक्ष भी हैं।संस्थान के राष्ट्रीय महासचिव कमलेश कमल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ.नीना जोशी, राष्ट्रीय सचिव गणतंत्र ओजस्वी, राष्ट्रीय काव्यमंच संयोजक मुकेश मोलवा, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष शिखा जैन सहित जलज व्यास, नितेश गुप्ता, लक्ष्मण जाधव, भावना शर्मा, रश्मिलता मिश्र, मुकेश मनमौजी, डॉ. अनिल उपहार, हिमांशु भावसार, अंशुल व्यास, आदि ने शुभकामनाएँ प्रेषित करते हुए गीत को उत्कृष्ट बताया।