*जन्मदिवस*

0 0
Read Time4 Minute, 33 Second

 babulal sharma
.       🌼🌹🌼
सहज कार्य, प्रीत सजल है,
नर्मद सम् पावन दृगजल हैं।
प्रेम  प्रीत  का पावन झरना,
नेह स्नेह अभिलाष सरल है,
करबद्ध जन्मदिन कहना है।
अपनी प्रिय पावन बहना है।🌼

जीवन सुरभित चंदन जैसा,
मैना  कोयल  जैसा स्वर है।
वर्ण सुवर्ण,भाव  भी  उत्तम,
मीन से अक्षि सौम्य सुघर है।
साहित्य जगत का गहना है।
अपनी प्रिय पावन बहना है।🌼

29  नवम्बर  जन्म  दिवस,
अभिलेखों सन् सत्य विवश।
लिखित सत्य बाकी है झूठा,
जन्मदिवस बस जन्मदिवस।
अभिलेखों से सब चलना है,
अपनी प्रिय पावन बहना है।🌼

कवि हित के अनुबन्धों की,
उस मूरत का सम्मान करूं।
जीवन बने  और सद प्रेरक,
जन्म दिवस पर मान करूं।
अजस्र  स्नेह  का  झरना है,
अपनी प्रिय पावन बहना है।🌼

पी के एस समूह का गौरव,
वेद *ऋचा* शुभ नाम  करूँ।
कदम कदम खुश हाली हो,
जन्मदिवस शुभकाम करूं।
इनका सम्मान हमें करना है,
अपनी प्रिय पावन बहना है।🌼

सबके हित में अपने हित है,
“सद्विचार”  संवाहक  भी है।
हिन्दीसाहित्,सृजन कर्मरत,
कवि जन से संवादक भी है।
हिन्दी शिक्षा  बाना पहना है,
अपनी प्रिय पावन बहना है।🌼

दीर्घ आयु की करूं कामना,
शुभ  शुभ मैं अरदास लिखूं।
निज की पर की करें उन्नति,
जन्म दिवस  पर मान लिखूं।
हरिचरणकमल शुभरचना है,
अपनी प्रिय पावन बहना है।🌼

मुझपर इनकी प्रीत बहुत है,
मुझसे,बोलें किस से कम है।
मेरे को खुशियों की तिजोरी,
पर बोलो किसको ये कम है।
माँ गंगे सा सम रस बहना है,
अपनी प्रिय पावन बहना है।🌼

मीरा की ऋचा पर छाँया है,
कुछ महा देवी की माया है।
सुभद्रा का वरद्हस्त मानो,
माँ,वीणापाणि की जाया है।
करबद्ध मेरा बस कहना है,
अपनी प्रिय पावन बहना है।🌼

शबरी जैसी पावन भक्ति है,
पारशवी सी भोली  प्रीति है।
अनुसुइया सी माने विद्वानी,
भली निभाई सुगम  रीति है।
नित काव्यभक्तिरत रहना है,
अपनी प्रिय पावन बहना है।🌼

जाने कैसे ये अवसर आए,
आपके दर्शन हम पा जाए।
नेह स्नेह बस रखना बहना,
ईश्वर ही शुभ संयोग बनाए।
जन्मी  यह  शुभ  महिना है,
अपनी प्रिय पावन बहिना है।🌼
🌼🌹जन्म🌼🌹🌻🌼
🌻🌹🌻🌼🌹🌻🌼
🌼🌹🌼दिवस🌻🌹🌼
🌹🌻🌼🌹🌻🌼🌼
🌼🌹मुबारक🌼🌹🌼
👏👏👏👏👏👏🌹
🌹🌹हो🌹🌹🌹🌹
🙏🙏डाँ.ऋचे🙏🙏🌼🌻
🌴🌹🌼🌻🌴🌹🌼
🌼🌻🌴 जी 🌹🌼🌻
ऋचा बड़ा शुभ नाम है,हरियाणा शुभवास।
हिन्दी बिन्दी सम रखे ,साहित करे उजास।।
🙆‍♀
करनाल शहर में बसती हो,
यूँ सत साहित में रमती हो।
प्रिय लगती पटल दुलारी सी,
हम सब के साथ विहँसती हो।
👍
तुम दिल से भी जिज्ञासु हो,
हिन्दी हित  कवि आशु हो।
बिटिया बहिना सबकी प्रिय,
तुम सच में ज्ञान पिपासु हो।
🙌
अपनत्व मुझे लगता इतना,
मालूम नहीं क्यों है कितना।
मेरी भी है इक ऐसी बेटी,
उससे नेह स्नेह है जितना।।

और लिखूँ तो अति होती है।
समय चक्र की गति होती है,
कोई छोर नहीं है लिखने का
साहित्यिक प्रगति  होती है।
🌼

नाम– बाबू लाल शर्मा 
साहित्यिक उपनाम- बौहरा
जन्म स्थान – सिकन्दरा, दौसा(राज.)
वर्तमान पता- सिकन्दरा, दौसा (राज.)
राज्य- राजस्थान
शिक्षा-M.A, B.ED.
कार्यक्षेत्र- व.अध्यापक,राजकीय सेवा
सामाजिक क्षेत्र- बेटी बचाओ ..बेटी पढाओ अभियान,सामाजिक सुधार
लेखन विधा -कविता, कहानी,उपन्यास,दोहे
सम्मान-शिक्षा एवं साक्षरता के क्षेत्र मे पुरस्कृत
अन्य उपलब्धियाँ- स्वैच्छिक.. बेटी बचाओ.. बेटी पढाओ अभियान
लेखन का उद्देश्य-विद्यार्थी-बेटियों के हितार्थ,हिन्दी सेवा एवं स्वान्तः सुखायः

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

शिव शक्ति

Thu Nov 29 , 2018
ओम शब्द मे स्थित हो मिल जाती है शांति ओम शांति अभिवादन भी शांत स्वरूप आत्मा भी निश्चय बुद्धि रहे परमात्मा से ऐसा बीज मन्त्र करिश्मा भी परमात्मा  पिता भी, गुरु भी हमे पढ़ाता भी, सीखाता भी दुःख हरता भी,सुख दाता भी विकारमुक्त कर पवित्र बनाता भी शिव शक्ति हमे […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।