कवि कला संगम परिवार व सुरभि साहित्य अकादमी के द्वारा वरिष्ठ साहित्यकार श्री ॠषिराज जी निमाड़े इन्दौर( खंडवा की माटी) का हरीगंज स्थित कार्यालय पर सम्मान किया गया। डॉ जगदीश चंद चौरे ने बताया कि श्री निमाडे खंडवा की माटी के कलाकार है, इन्हें संवाद साहित्यक सांस्कृतिक सामाजिक शोध संस्थान […]

इंदौर। हिन्दी प्रचार-प्रसार में अग्रणीय मातृभाषा उन्नयन संस्थान को सेवाओं के अन्तरराष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों पर खरा उतरने के लिए क्वालिटी सर्टिफ़िकेशन, लंदन द्वारा क्वालिटी सर्टिफ़िकेट प्रमाण-पत्र दिया गया। यह प्रमाणपत्र स्थानीय सभागार में आयोजित कार्यक्रम में डॉ. वेदप्रताप वैदिक, स्विट्ज़रलैंड की पूनम विली जैजलर, हिन्दी के प्रचारक प्रो. राजीव शर्मा, […]

हिसार- जनवादी लेखक संघ द्वारा मासिक काव्य गोष्ठी टाउन पार्क हिसार में की गई। इसकी अध्यक्षता जय भगवान लाडवाल और संचालन सरदानंद राजली ने किया । गोष्ठी में मुख्य अतिथि बतौर मास्टर रोहतास- महासचिव, जनवादी लेखक संघ हरियाणा और डॉक्टर अर्जुन सिंह राणा अर्थशास्त्री एवं कानूनविद्ध हिसार रहे। आज की […]

*नई पीढ़ी के कंधों पर अधिक ज़िम्मेदारी है कविता की- श्री यादव* इंदौर। ‘कविता और कवि सम्मेलनों में आज संयोजक मिल रहे हैं तो बड़ी बात है अन्यथा हमारे दौर में एक ही बाल कवि सम्मेलन होता था इंदौर में। इसीलिए नई पीढ़ी के कंधों पर अधिक ज़िम्मेदारी है।’ उक्त बात […]

जिहादियों की आक्रामकता पर हिन्दू समाज मूक नहीं रह सकता, उठाने होने प्रभावी कदम नई दिल्ली। श्री राम मंदिर के पवित्र निधि समर्पण अभियान से जुड़े रामभक्त युवक रिंकू शर्मा की निर्मम हत्या से छुब्द विश्व हिन्दू परिषद का एक उच्चस्तरीय दल मृतक के परिजनों से मिलने आज दिल्ली के […]

खबरपालिका लोकतंत्र का दिल हैं- डॉ. वैदिक मोदी किसी को नहीं डराते – डॉ. वैदिक इंदौर। लोकतंत्र को शरीर माने तो न्यायपालिका उसका दिमाग, कार्यपालिका उसके हाथ, और विधायिका उसके पैर है तब खबरपालिका उसका दिल हैं और दिल का काम लोकतंत्र को जोड़ना मजबूत करना होता है। उक्त बात […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।