इन्दौर । हिन्दी प्रसार के लिए मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा गुरुवार को लेखिका यशोधरा भटनागर के लघुकथा संग्रह ‘एलबम’ पर चर्चा का आयोजन स्थानीय श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति में अपराह्न चार बजे किया जाएगा। इस आयोजन में मुख्य अतिथि साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे व अध्यक्षता वरिष्ठ […]

● डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ सत्ता और संघर्ष का चोली दामन का साथ है। इस समय जब देश के सबसे पुराने राजनैतिक दल को बीते माह हुए पांच राज्यों के चुनावों में करारी शिकस्त मिली हो, तब आत्ममंथन अत्यावश्यक हो जाता है। कांग्रेस इस समय ऐसे बुरे दौर से गुज़र […]

◆ शिखा अर्पण जैन, इंदौर शब्द बदलें, काम बदला, तारीख़ बदली, साल बदला, केलेण्डर बदलें, युग बदला, पर कही कुछ आज भी बदलने से रह गया है तो वह है समाज की सोच। कहते हैं आज हम इक्कीसवीं सदी में जी रहे हैं पर हमारा सोचने का तरीका बिल्कुल अट्ठारवीं […]

हे! काग विहग ‘व्यथा ऊर्मिले’ आज तुम्हीं से कहती हूं… अंखियां प्रियतम ढूंढ रही है विरह में बरबस बहती हूं..। मेरे प्रियतम छोड़ गए हैं.. अश्रु भी ना बहा सकूं.. योगिनी गर में बन जाऊं… क्या मर्यादा का त्याग करूं..? पुत्रवधू हूं कौशल की मैं विरह कथा यें कहती हूं.. […]

शैलपुत्री ब्रह्मचारिणी चंद्रघंटा सौभाग्य दात्री प्रत्यंगे परमेश्वरी दयामूर्ति सिद्धिदात्री कुष्मांडा ह्रदय प्रांगणे अभिनंदन हृदयेश्वरी नवरूपा अष्टभुजा स्कंदमाता महामाया कृपालिनी मंगलमयी दुर्गेश्वरी शिवानी क्षमाधात्री कात्यायनी स्वधा विशालाक्षी त्रिपुर सर्वेश्वरी जंयति मंगलाकारी कालरात्रि अम्बे नमोस्तु सर्वस्वदायिनी भुवनेश्वरि शंखनी कौमारी महागौरी रणमत्ता रणप्रिया सृष्टिकर्ती महेश्वरी सर्वसुख प्रदायिनी सिद्धिदात्री मधुकैटभ विध्वंसनी आद्यशक्ति दंतेश्वरी डॉ […]

कलम जब भी बोलती है सच बोलती है  इन्दौर। शासकीय केंद्रीय अहिल्या पुस्तकालय में आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत पुस्तकालय, हिंदी परिवार इंदौर एवं संभागीय पुस्तकालय संघ इंदौर के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित मंगलवार को मासिक पाठक संसद में कवियों ने विभिन्न विषयों पर अपनी रचनाएं सुनाकर ग्रीष्म की […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।