समाज को खेमों में बांटकर निजी स्वार्थों की पूर्ति में लगे लोगों की दुनिया में कमी नहीं है। कभी जीवन शैली के नाम पर तो कभी मान्यताओं का बहाना लेकर, कभी लालच को हथियार बनाकर तो कभी धार्मिक उन्माद फैलाकर अहम् की पूर्ति के उदाहरणों से इतिहास भरा पडा है। […]

हिन्दू ,मुस्लिम, सिख ,ईसाई , सबका हिंदुस्तान रहे मन्दिर- मस्जिद बने अवध मे , जाति धर्म सम्मान रहे ll भारत माता खुशी हो गई , खुशी राष्ट्र का गान हुआ ll न्यायधीश के आज न्याय से , न्यायालय का सम्मान हुआ ll मानव की मानवता कायम , मानव धर्म महान […]

वाराणसी। शहर बनारस से गंगजमुनवी तहज़ीब व इंसानी मोहब्बत की वरिष्ठ गज़लकार डॉ. नसीमा निशा की ग़ज़ल संग्रह परवाज़ का भव्य लोकार्पण गोलघर स्थित पराड़कर स्मृति भवन में काशी के विद्वत साहित्यिक परिवार के बीच संपन्न हुआ। समारोह का प्रारम्भ मुख्य अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्ज्वलन व माल्यार्पण के साथ […]

अब हर रोज़ उनसे मुलाकात नही होती , हर छोटी-बड़ी कोई खास बात नही होती। कुछ मसरूफ़ वो भी है,कुछ समय हमारे पास भी नही, दूर रहने की वजह भी कोई ख़ास नही, चंद लम्हों की भी अब बरसात नही होती, अब हर रोज उनसे मुलाकात नही होती। पहले आते-जाते […]

अच्छा करोगें अच्छा होगा बुरा करोगें बुरा होगा यह नियम अटल सृष्टि का जैसा करोगे वैसा भरोगें जो कर्म करे वह सद्कर्म हो अच्छा सोचना ही स्वधर्म हो जिंदगी को अपनी संवार लो अच्छा बनकर निखार लो किसी को दुःख न पहुंचे आपसे यह सोच जीवन में उतार लो परमात्मा […]

है अद्भुत अदम्य मलंग मलखम्भ ये वीर बाला मस्त निहाल हैं इनके कौशल से दंग सभी भारत के ये ही शान है। है ध्यान योग में माहिर नवनीत खेल दिखाते हैं इनके अंग संचालन में दिव्य जोश रगों में आते हैं वीर बालाएं डोर पर अद्भुत खेल दिखाती हैं। सिरसाषन […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।