ललित कुमार जी व शारदा सुमन जी का किया सम्मान इन्दौर। हिन्दी प्रचार के लिए प्रतिबद्ध मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा हिन्दी के सबसे समृद्ध अन्तरताना कविताकोश के संस्थापक ललित कुमार जी व निदेशक शारदा सुमन जी का अभिनदंन किया। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’, प्रसिद्ध […]

हिंदी के उत्थान को हो गए पास प्रस्ताव हिंदी साहित्य सम्मेलन में चली परिवर्तन की नांव हिमाचल के राज्यपाल ने बताया हिंदी को महान साहित्यकार शांता कुमार ने किया हिंदी का गुणगान हिंदी के पैरोकारो को दिया हिंदी का सम्मान एक स्वर से संकल्प लिया मिले अब हिंदी को मान। […]

नागदा (धार) 29 फरवरी 2020 शनिवार को शासकीय नवीन प्रावि नयापुरा माकनी का जनपद शिक्षा केन्द्र बदनावर से बीएसी श्रीमती अंजू जी पाल मेडम द्वारा आकस्मिक निरीक्षण कर बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता का जायजा लिया एवं हमारे नए TLM मछली सिखाएं पढ़ना से बच्चों द्वारा की गई रोचक गतिविधि देख […]

समानताएं पहाड़ से गिरेंगीऔर चकनाचूर हो जाएंगी ज्ञान के कीड़े दिमाग के सड़े हुए नाद मेंबजबजाएँगे! बड़ी बड़ी बातों पर दंगल होंगेऔर छोटी छोटी बातों पर लड़ाइयां हर बड़ा छोटे को उसी नज़र से देखेगा? जैसे कोई अधिकारी चपरासी को देखता हैजैसे बड़का वाला साहित्यकारहाथ पांव मारने वाले को देखता […]

दुनिया में उसको छोड़ ना परवाह किसी की आ जाये बिना बुलाये कभी याद किसी की तस्वीर गर जो आंखों में बस जाय किसी की कहते है दुनिया वाले कि यही तो इश्क है। दीदार उनका करने को जो दिल रहे बेताब उनके बगैर दुनिया में सब कुछ लगे खराब […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।