सफल हुआ जनता कर्फ्यू कोरोना को भगाने में यादगार बन गया 22 मार्च रविवार । इतिहास रच गया जनता कर्फ्यू जंग लडने साथ खड़ा परिवार ।। थम-सी गई हैं जिंदगी की रफ्तार सूनी हुई गली , सडकें , बाजार । देश-विदेश,गांव-शहर में चहुंओर कोरोना ने मचाया है हाहाकार ।। पांच […]

धन्य तुम्हारा भारतवासी ,माटी सदा ऋणी रहेगी, संघर्ष समय में सहयोग तुम्हारा सदा गुढी रहेगी, घर में रह कर तुमने,निज कर्तव्यों का मान रखा, धन्य तुम्हारा हे जन,जो जन-गण-मन का मान रखा, माना सूरज डूब रहा,अँधियारा हमपे हावी है, लेकिन हिम्मत हो तो, एक चींटी हांथी पे भारी है, विकसित […]

कोरोना रुला रहा है, हम सब को। सभंल जाओ लोगो अब तो, छोड़ो मिल मिलाप को। दूरियां बनाओ तुम सबसे, तभी सुरक्षित रह पाओगे।। नियम साधना का करो, पालन अब तुम सब। तो बच जाओगे, इस कोरोना से तुम। अमल कर लो बाते, सभी अपने दिल से। निश्चित जीत जाओगे, […]

प्रधानमंत्री जी ने यदि जनताकर्फ्यू की भांति भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगाया होता,तो आज की उत्पन्न विकट परिस्तिथियों को योग्य विज्ञानिक ‘कोरोना’ तो क्या उसके बाप का भी उपचार करने में सक्षम होते।यह भी माना जा रहा है कि ‘कोरोना’ काम क्रोध लोभ मोह और अंहकार से परे है।दूसरे शब्दों […]

कोरोना के ख़ौफ से दुनिया हो गई जाम हर काम बंद करके घर मे करो आराम भारत मे एक दिन का लग रहा जनता कर्फ्यू आप सभी सहयोग करे आप हो या आपका नैफ्यू जो गरीब है उनकी मदद दिल खोलकर करनी होगी संकट की इस घड़ी में सभी को […]

मिली थी सत्ता मध्यप्रदेश की, कांग्रेस को 15 सालो के बाद। लूटा दी 15 महीने में , फिरसे लूटियाँ बंटाधार ने। कितना मनहुस है ये, अब कांग्रेस के लिए। चलती हुई सरकार को, डूबवा दिया बंटाधार ने। फिर से मध्यप्रदेश को, बना दिया अभागा। और मुख्यमंत्री दर्शक बनकर देखता रहा […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।