नारी तुम  शक्ति  हो, हर दुख को अपने में समाही हो। मान हो,अभिमान हो तुम  देश की शान हो। छूकर आसमाँ करती, सबके मन को बलवान हो। प्रकाश पुंज बन देती सबको पहचान हो।तारों का ताज सजे, ऐसी तुम महिमावान हो। टूटे मन को सहलाती, उम्मीद का तुम चांद हो।  देश की धड़कन का […]

प्रतिदिन जिस भाव को जीती हूं ,सोचती हूं क्या हि अच्छा होता जो यूंही इस समय चक्र से कहीं दूर उस समय चक्र को बांध कर जी लिया होता , कितनी ही अबोली बातों को यूंही उस कालबंध से इस काल तक., ला न सकी होती और तुम्हारा मेरी बातों […]

आज की दुनिया व्हाट्सएप की दुनिया हैं। हर चीज व्हाट्सएप पर उपलब्ध होनी चाहिए। कोई भी काम पड़ता है तो तुरंत व्हाट्सएप को याद किया जाता है। आज व्हाट्सएप भगवान के बराबर है। कई लोगों की तो जिंदगी ही बदल गई। कई लोगों को बहुत कुछ सीखने को मिला। कई […]

मंडरा रहा है अभी कोरोना मौत देखो हर शहर में.. जाने कौन, कब क्या हो जाये किसे किस पहर में… कोरोना आफत लेकर फैला रही विषाक्त गरल में…. रहा पवन में पल पल घुल देखो नई जहर में …. कोरोना क्या कम था जो अब आया ये हंता देखो…… रहे […]

दिन को यूं गुजारकर क्या करना, किसी को सुधारकर क्या करना! जो मान जाये बात तो बेहतर है, दबाव किसी पर बनाकर क्या करना! बहुत तो तरक्की कर ली है सबने, दिन पुरानें याद दिलाकर क्या करना! कुछ तो कमी है आज भी उनमें, कमी उनकी निकालकर क्या करना! धीरे […]

लॉक डाउन ने किया कमाल उपलब्धियो से मचा धमाल सड़क दुर्घटनाएं बंद हो गई प्रदुषण की दर भी घट गई आकाश साफ होने आने लगा हिमालय स्वच्छ दिखाई देने लगा महामारी का कष्ट बहुत है पर हमको विश्वास बहुत है सावधानी हमारे काम आएगी सफलता हमे जरूर मिल जाएगी हानि […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।