इश्क की सीढियों पर चदते क्यों हो ? चढ़ कर फिर उतरते क्यों हो ? बिछे है इश्क की राहो में कांटे | फिर उस पर चलते क्यों हो ? मिलेगे फूल भी इश्क की राहो में | फिर उनको मुरझाने देते क्यों हो ? करती नहीं है,जो जो इश्क […]

इन्दौर। विश्वभर में फैली महामारी कोरोना के कारण पूरा भारत भी लॉक डाउन के दूसरे चरण में आ गया। ऐसे स्थिति में हिन्दी प्रेमियों के मनोरंजन और सृजन को घर बैठे जारी रखने के उद्देश्य से हिन्दीग्राम द्वारा बुधवार 15 अप्रैल 2020 को ऑनलाइन कवि सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसका […]

भक्ति में शक्ति बहुत है, भक्तों की सुनते है पुकार। दुनियाँ के पालन हारी, करते है कृपा तुमसब पर।। जयबोलो जयबोलो जयबोलो, आचार्यश्री की जय बोलो।। जो पूर्व में है पूर्व वाले, पश्चिम वाले उन्हें नमन करे। देख ये उत्तर और दक्षिण वाले, भक्ति रस का आनदं ले, भक्ति रस […]

लॉकडाउन के इक्कीस दिन सफल रहा है जन आगाज़ धन्यवाद हे जनता जनार्दन रखी तुम सबने देश की लाज घर पर रहकर त्याग किया कोरोना उसी से तो हारा है है बाकी अभी सब्र का इम्तिहान एक एक जन हमको प्यारा है नमन उन्हें भी आओ कर ले हम जो […]

अस्पृश्यता विहीन समरस समाज का संकल्प दोहराया नई दिल्ली। विश्व हिन्दू परिषद् ने आज देश भर में बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर जी की जयंती प्रशासनिक आदेशों का पालन करते हुए स्वच्छता योद्धाओं को सम्मानित कर मनाई। जगह-जगह ना सिर्फ वंचित समाज के बन्धु/भगिनियों को सुरक्षा मास्क / हेण्ड ग्लव्स […]

अहंकार विवेक हरे बुद्धि करे न काम स्वयं का ही अहित करे रावण ,कंस दो नाम निरहंकारी होते विजयी देवत्व रहता साथ धैर्य के आभूषण से सबको देते मात धर्म जिनके साथ रहा मिली उन्हें ही जीत राम विजयी त्रेता में द्वापर में पांडव की जीत। #श्रीगोपाल नारसन परिचय: गोपाल नारसन […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।