आओ सब बुद्ध पूर्णिमा मनाये। उनके पद चिन्हों पर चलते जाएं।। करे न किसी के साथ अत्याचार । ऐसा हम अपना जीवन बनाए। करे पालन उनकी शिक्षाओं का, बने भि क्षक उनकी आशाओं का। करे सभी के साथ उचित व्यवहार, तभी पालन होगा उनकी शिक्षाओं का।। विश्व जो korona से […]

उत्तर प्रदेश के बहुप्रतिष्ठित युवाकवि सुनील चौरसिया ‘सावन’ को असम में ‘हिंददेश साहित्य सम्मान’ से नवाज़ा गया है। ‘हिंददेश’ एक विशाल साहित्यिक परिवार है जिसमें भारतवर्ष के नवोदित एवं वरिष्ठ लगभग 250 कवियों की कविताओं की सरिता अनवरत प्रवाहित होती रहती है। इस कोरोना – काल में हिंददेश परिवार ने […]

सम्मानणीयों सेवा में, श्री दीपक मिश्रा जी, संरक्षक राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण मुख्य न्यायाधीश भारत सरकार नई-दिल्ली। दिनांक :- 18-04-2018 । विषय :- पावर ट्रांसफर आप इंडिया एग्रीमेंट 1947 को सार्वजनिक करके एक सौ तीस करोड़ को स्पष्ट करें। माननीय दीपक मिश्रा जी, राष्ट्र परिवार भारत के वेनर तले मैं […]

कितने भोले हो राम तुम सहज प्रसन्न हो जाते हो जो भी मांगता है तुमसे उसे वही तुम दे देते हो अवतार रूप में आकर हर एक का उद्धार किया सनातन रक्षा की खातिर रावण का संहार किया वचन दिया जो भी आपने उसे हर हाल में निभाया है वचन […]

छोड़ दो तुम मोहब्बत करना अब। ये तुम्हारे बस की बात नहीं। इसमें त्याग तपस्या ज्यादा है। तुम इसे शायद कर सकते नही।। छोड़ दो तुम मोहब्बत करना अब। मन को मन से मिलना, तुम्हें आता नहीं। दिल को दिल से क्या तुम मिलेगे। है आगर तुम को मोहब्बत सचमुच […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।