भौतिकता हो गई है हावी रिश्तों की मर्यादा पर हर रिश्ता सिकुड़ गया और जलकर राख हुआ स्वार्थ की भट्टी में… हर रिश्ता सिकुड़ गया और जलकर राख हुआ स्वार्थ की भट्टी में… रिश्तों की कीमत दौलत की तराजू पर आकी जाने लगी है चेहरा देखकर आदमी की औकात बताई […]

उस रात शहर में अच्छी बारिश हुई थी . इसलिए सुबह हर तरफ इसका असर नजर आ रहा था . गोलबाजार ओवर ब्रिज से बंगला साइड की तरफ बढ़ते ही डी आर एम आफिस के बगल वाले मैदान में भारी भीड़ जमा थी . बारिश के पानी से मैदान का […]

आप जैसा सोचोगे वैसा ही हो जाएगा आपका हर काम मन माफिक हो जाएगा दिल से ईर्ष्या -कपट बस, निकाल दीजिए सबका हो भला यह दुआ कीजिए जो सबके भले में अपना भला सोचता है वही जीवन मे मंजिल की ओर बढ़ता है प्रभु भी उसी के साथ है जिसके […]

न दिल की प्यास, मेरी बुझती है। न दिल को, चैन मिलता है। पर न जाने, क्यों तुम्हारी यादे। इस दिल से, जाती नही है।। कदम कदम पर, तुम याद आते हो। दिलकी गैहराइयो में, क्यो समाये हो। क्या रिश्ता है, तेरा और मेरा। एक बार सामाने, आके बताओ तो […]

अब तो पुराना हो गया वो किस्सा प्यार का कोई यार दूसरा हुआ अब मेरे यार का चलती थी जो बिखेरते राहों में खुशबुएं कोई पता बता दे मेरे उस बहार का अब तो पुराना हो गया वो किस्सा प्यार का ।। बस्ता लिये जो घर से पढ़ाई को निकलते […]

तड़फ रही हूं मै और तड़फाते क्यो हो ? भटक रही हूं मै और भटकाते क्यो हो ? सताई हूं जमाने ने पहले ही मुझको, मुझे तुम और सताते क्यो हो ? आंखो में बचा नहीं कोई आसूं मेरे, मुझे तुम और रुलाते क्यो हो ? जिंदगी की भाग दौड़ […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।