त्याग,तपस्या, ममत्व की मूरत रूहानियत में बड़ी खूबसूरत ईश्वरीय सेवा में जीवन बिताया जो चाहा था वह सब पाया राह भटको को राह दिखाई चरित्र निर्माण की अलख जगाई नारी शक्ति का भी मान बढ़ाया स्वयं को सेवा में आगे ही पाया निरहंकार का खज़ाना बनी थी धैर्य में सबसे […]

निर्वसन जब सत्य घूमे झूठ घूमे ठाट से। ये बुरे दिन की मुनादी है अयोध्या घाट से। खूब है ये भी सियासत ख़्वाब बेंचे चल दिये वायदा था रेशमों का है गुजारा टाट से। देश की इज्जत लगी है दाँव पर अब तो उठो टांग को खींचो गिरा दो हुक्मराँ […]

कही दीप जल रहे है तो कही छाय पढ़ रही है। कही दिन निकल रहा है तो कही रात हो रही है। मोहब्बत करने वालो को क्या फर्क पड़ता है। क्योंकि उन दोनों के तो दिल से दिल मिल गये है।। पूर्णिमा के चांद का कुछ अलग महत्व है। चांदनी […]

नई दिल्ली | देश के कुछ राजनैतिक दलों द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के विरुद्ध संयुक्त घोषणा पत्र जारी किए जाने को गंभीरता से लेते हुए विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के केन्द्रीय कार्याध्यक्ष एडवोकेट श्री आलोक कुमार ने आज कहा कि विभिन्न राजनैतिक दलों द्वारा संविधान के […]

घोर घटाएं जब घिरने लगती है, तुम्हारी याद मुझे आने लगती है। रिम झिम रिम झिम जब बादल बरसे, मिलन की आस सताने लगती हैं।। साथ न हो सावन में साजन का, दिल में घुटन सी होने लगती है। बिन साजन सावन की भीगी राते, मुझको दुश्मन सी लगने लगती […]

एक फरिश्ता आया था जग में रूहानी प्रकाश फैलाया जग में प्रकाशमणि नाम था उनका विश्व में शांति काम था उनका विश्व बंधुत्व की अलख जगाई प्रभु सन्तान सब बहन और भाई ब्रह्माकुमारीज को आगे बढाया शिव परमात्मा का बोध कराया विकारो से मुक्ति का पैगाम दिया पवित्र जीवन का […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।