जिंदगी एक किताब रिश्ते नातों के कई टांको से जुड़ती है जिंदगी लिखे जाते हैं कई सपने ,कई संवाद कुछ सुनहरी सी स्याही से कुछ सतरंगी से लिखकर कुछ काली से हर पन्ना जैसे अलग ही गाथा लिए रहता है बखान करता है अपने दर्द को ,मर्म को सुनहरी स्याही […]
कर ले सब्र तू मेरे यारा , वक्त तेरा भी आएगा। कड़वे सब्र का सुन यारा, मीठा फल तू पाएगा। भटके हुए को राह दिखाना, टूटे हुए को सब्र बंधाना। बेबस लाचार गरीबों की, मदद को आगे हाथ बढ़ाना। चीर कलेजा पर्वत का तू, निर्मल जलधार बहाना। अम्बर का तू […]
न कोई मेरा है न ही में किसका। आया हूँ में अकेला तो अकेला ही जाऊंगा। तो फिर क्यों किसी से बनाये हम यहाँ संबंध। सभी की सोच नहीं होती लोगो मेरे जैसी। कितना जीना है हमको और कब हम मर जायेंगे। किसी को भी ये बाते जिंदगी की पता […]
कांग्रेस मुख्यालय में जैसे ही चिट्ठी आयी कुछ लोग गाने लगे ’-चिट्ठी आयी है आयी है, चिट्ठी आयी है। बड़े दिनों के बाद कांग्रेसियों की चिट्ठी आयी है।‘ यह सुनकर वहां बैठे कुछ कांग्रेसी पदधारी बौखला गये। उन्होंने मुख्यालय से बाहर निकलकर गीत गाने वाले कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को समझाया कि […]
जिस देश में हमने जन्म लिया, उस देश पर हम बलिदान हो जाए। जो निर्बल पिछड़े है इस देश में, उनको तारे हम पहले फिर खुद तर जाए।। रहे ध्यान निज मान मर्यादा का, उसका हनन हम कभी न होने दे। जो करे हनन हमारी।मर्यादाओं का, उनको देश में कभी […]
चिंटू यह बोला मिंटू से आओ खेलें क्रिकेट, सबका प्यारा यह खेल निराला गिरेगा विकेट। छोटी सी थी गेंद और था खूब बड़ा सा बल्ला, खेल शुरू हुआ जब मैदान में मच गया हल्ला। चिंटू ने मारा जोरदार शाट लग गया छक्का, बैटिंग देख हैरान मिंटू हो गया हक्का बक्का। […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।