ईश्वर की बनाई दुनिया ईश्वर के बनाये रंग जीवन के रंग मंच पर करना पड़ता रंग-कर्म जिसका जो किरदार है निभाना सबका धर्म निर्देशक सभी का एक है कहते उसको हम रब दुनिया रूपी नाटक में हंसता कोई ,कोई रोता है कोई घुलमिल जाता यहां कोई अकेला ही रहता है […]
वाह रे सियासत सब कुछ निजी स्वार्थ और सत्ता सुख पर ही निर्भर हो चला है। अब किसी भी राजनीतिक पार्टी का कोई सिद्धान्त नहीं रहा। यदि विचार धारा की बात की जाए तो परिस्थिति के अनुसार विचार धारा से भी समझौता होना कोई नई बात नहीं है। राजनीति में […]
हर बार दशहरे पर हम सब, क्यों रावण का पुतला फूंके। अपने अंदर के रावण को , क्यों हम सब मिलकर ना फूंके। साधुओं के भेष में कुछ, मक्कार हमें नित छल जाएं। भगवा धारी रावण को हम, आओ आज सबक सिखाएं। लगा के टोपी नेता सारे, जनता को मूर्ख […]
रावण कहता है एक बात मेरी सुन लो। क्यों वर्षो से मुझे यू जलाये जा रहे हो। फिर भी तुम मुझे जला नहीं प् रहे हो। हर वर्ष जलाते जलाते थक जाओगे। और एक दिन खुद ही जल जाओगे।। मैंने सीता को हरा, हरि के लिए। राक्षक कुल की मुक्ति […]
घर घर मे रावण पैदा हो गए किस किस को जलाओगे सत्ता छोड़ जो वन को जाए ऐसा राम कहां से लाओगे पहले अपने अंदर झांक लो कितने रावण मन मे बसे है पहले उन्ही रावणो को मार लो जो रावण तुम्हारे पास खड़े है काम,क्रोध,मोह,लोभ,सब अहंकार में लिपटे रावण […]
तू ही मेरी मदर है, तू ही मेरी माता, तू ही अम्मा, आई मेरी, तू ही है जग माता। मुझको दिया है जीवन तूने, तूने ही मुझको पाला, खून से अपने सींचा तूने, हर पल में तूने ही मुझे संभाला। उंगली पकड़कर तूने मां चलना सिखलाया मुझको , लड़खड़ाए जब […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।