भारत को चाहिए, लोह पुरुष जैसा हो पटेल, जो डाल सके,पाक के आतंकियों पर नकेल। आज उनकी जयंती पर,करते हम सब नमन, आज होते अगर वो,भारत होता विश्व चमन। मिलाकर सभी रियासतों को,भारत बना था एक, भारत के पहले ग्रहमंत्री बने उनमें गुण थे अनेक। बन सकते हैं राष्ट्रनेता,जो देश […]

सद्व्यवहार करों सभी से शिकवा न करों किसी से जन जन अपने बन जाएं ऐसा व्यवहार करों सभी से बुरा न सोचो,व्यर्थ न सोचो अच्छा ही बोलो हर किसी से सबके प्यारे बन जाओगे भलाई सीखो हर किसी से कोई भी बुरा न कर पायेगा सदभाव बढ़ाओ हर किसी से […]

बाप धूप में,माँ चूल्हे में रोज जलती है, तब कहीं औलाद मुश्किल से पलती है | बड़े होकर कहे,क्या किया है तुमने हमारा , यही बात माँ बाप को हमेशा खलती है | करते है काम माँ बाप सुबह से शाम, तब कही गृहस्थी की रोटी चलती है | हो […]

एक करोड़ मुआवजा, त्वरित न्याय एवं लवजिहाद व धर्मांतरण रोकने हेतु बने कानून          बल्लभगढ़ । अक्तूबर 30, 2020। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के केन्द्रीय कार्याध्यक्ष श्री आलोक कुमार, एडवोकेट आज प्रात: हरियाणा के बल्लभगढ़ में निकिता के परिवार से मिले और उन्हें सांत्वना दी। यह बहुत ही कारुणिक दृश्य था। एक प्रतिभावान और आसमान […]

फूल बन कर मुस्कराना जिन्दगी है l मुस्कारे के गम भूलाना जिन्दगी है l मिलकर खुश होते है तो क्या हुआ l बिना मिले दोस्ती निभाना भी जिन्दगी है।। जिंदगी जिंदा दिलो की आस होती है। मुर्दा दिल क्या खाक जीते है जिंदगी। मिलना बिछुड़ जाना तो लगा रहता है […]

आस्तीन के सांपों ने, अपनों को ही डस डाला। हंसते खेलते जीवन को, देखो नरक बना डाला। समझा जिनको शुभचिंतक, जिनको अपनों सा प्यार दिया। राज बताए जिनको अपने, जिनपर पूरा ऐतबार किया। गले से लगाया जिनको हमने, जिनको दिल में बसाया। समझा जिनको यारा अपना, सुख दुःख में साथ […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।