किसी को क्या पता था, की ऐसा भी दौर आएगा। जिसमें इंसान इंसान से, दूरसे ही राम राम करेगा।। कहाँ हमसब हिल मिलकर, एक समाज में रहने वाले। अब अपनो से दूर रहने को, हम ही कह रहे। सचमुच में लोगों ये, कैसा दौर आ गया है।। जिसमें इंसान इंसान […]
चन्दा जी बने हैं कान्हा, तारे बने हैं गोपियां। नभ में देखो झूम रही हैं, मेघों की प्यारी टोलियां। चकोर रूप में राधिका , सोचे ये बारम्बार । शायद हो जाए मिलन , चन्दा से इसबार। रास रचावें गगन में देखो, आज चन्दा और तारे। देख मनोरम दृश्य मगन हैं, […]
बलिदान तुमने किया देश पर अहसान तुमने किया देश पर खून का एक एक कतरा देकर प्रण अपना निभाया देश पर दुनिया के नक्शे को बदलकर बंग्लादेश को दुनिया मे लाकर दुश्मन देश को धूल चटाकर अमर हो गई दुर्गा कहलाकर बीस सूत्रीय कार्यक्रम बनाया धरातल पर विकास कराया एकता,अखण्डता,भाईचारे […]
जब तक सांसे चलती है, गुरुदेव की महिमा गाऊ। सपने में गुरु को देखू , जागू तो दर्शन पाऊ। जब माया मोह में उलझा, मन ने मुझे समझाया। तब हाथ पकड़कर गुरु ने, मुझे सत्य का पथ दिखलाया। गुरु चरणों को में तज कर, अब और कहाँ में जाऊ। सपने […]
भारत के सरदार तुम्हीं हो, तुम गरीबों के भगवान। नमन करे नतमस्तक हो, तुमको सारा जहान। हृदय में करुणा का सागर, वाणी में सिंह दहाड़। जिसके आगे टिक ना पाए, बाधाओं के पहाड़। फौलादी सीना था जिसका, था खुद पे अटल विश्वास। भारत मां के टुकड़े होना , ना आया […]
भारत के सच्चे सपूत,लौह पुरुष को मेरा वंदन जनगण के मन में महके बनके शीतल चन्दन तुमने राष्ट्र का मान बढ़ाया,तुम नए भारत के सूत्रधार राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोया,करते नमन हम बार-बार तुम राजनीति के सूरवीर,स्थापित किए कई कीर्तिमान तुम कूटनीति के ज्ञानवीर,तुम हो शंका के समाधान निरपेक्ष […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।