जीवन है चलने का नाम चलते रहो सुबह से शाम नही थकना कभी राह में नही करना कभी आराम दिल जैसे चलो अनवरत फिर भी बने रहो यथावत जीवन पथ पर चलते जाओ सद्कर्मो को करते जाओ ईश्वर तुम्हारे सारथी होंगे युग परिवर्तन महारथी होंगे बहारे स्वागत करेंगी तुम्हारा परोपकार […]

भारतीय भाषाओं को उनका हक दिलाने के लिए 80 के दशक में संघ लोक सेवा आयोग के गेट पर वर्षों तक चलाए गए धरने के अध्यक्ष रहे बलदेव बंशी (1.6.1938-7.1.2018) अपने संघर्ष के लिए हमेशा याद किए जाएंगे. इस आन्दोलन में पुष्पेंद्र चौहान और राजकरण सिंह जैसे योद्धाओं ने अपना […]

देख किसान की हालत को मोरो मन बहुत दुख रऔ है। काय चुनी ऐसी सरकारखो जिसखो किसानो का दर्द दिखत नाईयै।। कभाऊ खेत में हल न चलाओ। तो क्या जाने खेती और किसानो को हाल। कैसे खेत जोते जाते हैं नेता क्या जाने खेतो को हाल। बैठ वतालुकूल हालो में […]

आपको बता दें अवधेश जी फतेहाबाद क्षेत्र के एक उभरते युवा साहित्यकार हैं | इनकी रचनाएं देशभर की तमाम साहित्यिक पत्र-पत्रिकाओं में पढ़ी, देेखीं जा सकती हैं | इसके साथ ही इनके संपादन में स्मारिका युवा – धड़कन का प्रकाशन सफलतापूर्वक संपन्न हो चुका है | कृषक परिवार में जन्मे […]

स्थिति बहुत ही चिंताजनक है। ज़रा रुककर सोचिए…। क्या हो रहा है…? इसके पीछे का मकसद क्या है…? यह क्रूरता आखिर क्या चाहती है…? इनको संरक्षण कौन दे रहा है…? इसके पीछे कौन लोग हैं…? यह फंडिग कहाँ से आ रही है…? ऐसे बहुतेरे सवाल हैं जिसका जवाब तो सरलता […]

भक्ति में अंध श्रद्धा करते प्रार्थना करते हम अनूठी खुद को मूर्ख,खल,कामी कहते बात भले ही हो सब झूठी परमात्मा की सन्तान है हम गलत कैसे हो सकते है हम गलती अगर हो गई हमसे प्रायश्चित करे हम उसका छोड़ दे सब बदी बुराई सदाचरण करे जीवन का स्वयं को […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।