गुरु की महिमा है अपरम्पार, नैया जो लगाए हमारी पार। पढ़ना सिखाए,लिखना सिखाए, हर प्रश्न का हमें उत्तर बताए। मुश्किल घड़ी से लड़ना सिखाए। ज्ञान की ज्योति दिल मे जलाए, गुरु की महिमा है अपरम्पार, नैया जो लगाए हमारी पार। हम नन्हे बच्चों पे प्यार लुटाए, सदाचार का हमें पाठ […]

लोकतंत्र के मंदिर में एक इतिहास रच गया आंसुओ से पलके भीगी मन मे प्यार उमड़ गया मोदी अच्छाई गिना रहे थे गुलाम नबी आजाद की जिन्होंने अपने व्यवहार से सबको कायल कर दिया आरोप और प्रत्यारोप से एक दिन मुक्त रही संसद विपक्षी नेता की विदाई ने आंखों को […]

प्रेम है तो प्यास है प्रेम ही विश्वास है प्रेम है तो ईश्वर है प्रेम ही अरदास है प्रेम ही परमानंद यह परम योग है प्रेम ही परमात्मा यह परम संयोग है प्रेम ही है अवनि प्रेम से आकाश है प्रेम ही है अग्नि प्रेम से प्रकाश है प्रेम ही […]

नजरो का मेल रंग ला रहा है। मन की बाते भी दिलको भा रही है। इसलिए आजकल दिल व्याकुल होने लगा हैं।। चेहरे का आकर्षण जुबा का बंद रहना। कुछ तो हम से कह रहा है। हा ले दिल का राज दिल को बता रहा है। और मोहब्बत का इजहार […]

जिनको मिलता है बडो का आशीर्वाद वे पार तर जाते है जो करते है बडो की उपेक्षा वे कष्ट बहुत पाते है बुजुर्गों की सेवा नारायण सेवा बुजुर्गों का मान ईश्वरीय अधिमान माता पिता ही भगवान है घर के जो उनके चरणों मे जीवन बिताते है वे प्रभु के प्यारे […]

चार रोटी हजम कर लेते हो तो। किसी की चार बातें भी हजम करना सीखो। कह गये कड़वे शब्दो पर मौन रहकर विचार करो। और समय का इंतजार करो उन्हें अपनी की करनी का फल इसी भव में मिल जायेगा। इसलिए अपनी शक्ति को यू ही बर्बाद मत करो।। अमीरी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।