क्रंदन मन आँ खों के आँसू , कैसे भला छिपाऊँ मैं। रोती घाटी चीख रही है, कैसे चुप हो जाऊँ मैं।। अपने घर के गद्दारों ने, इसको घायल कर डाला। आतंकी हमलों ने इसका, खूनी आँचल कर डाला।। सत्ता की चाहत में नेता, कैसे चुप हो जाते हैं। राजनीति के […]

‘बहना’ कभी आँसूओं के संग मत बहना, हमेशा हर घड़ी संग-संग रहना। भइया है तुम्हारा सबसे प्यारा, मम्मी नहीं तो क्या हुआ,भइया की परी हो। जिम्मेदारियाँ तुम्हारी सब निभाएगा, बालों में कंघी,माथे पर बिन्दी, होंठों पर मुस्कान वापस लाएगा। मम्मी की तरह मैं हूँ अब,तू पहले खाएगी फिर मैं देखकर […]

भाईचारा,दर्द,मुहब्बत बिकता है ईमान मियाँ। दुनिया के बाज़ार में तुम भी बन जाओ सामान मियाँ।। गैरों को भी अपनाने का हुनर सीखना पड़ता है। मुश्किल बड़ा फरिश्ता बनना, बन जाओ इंसान मियाँ।। आवाज़ों के इस जंगल में भीतर का स्वर सुनना है। आँखें बंद भले हों,लेकिन रखो खोलकर कान मियाँ।। […]

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Folks are beginning to observe that Global Warming is actually a problem that must be handled. There are a lot of stuff we can do to be able to fix the issue of global warming. Investigation proves that global warming results from human activity. This may help prevent the present […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।