मैंने गेहूँ के संग घुन पिसते देखा है, सियासत में लाचार किसान को मरते देखा है। सीमा विवाद में वीर जवान को मरते देखा है। मजहबी जंग में इंसानियत को मरते देखा है। जालिमों के बीच भोली जनता को फंसते देखा है। आज न कहेंगे हम कौन दोषी हैं, कौन […]
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बेटी हिन्दी संस्कृता,अंग्रेज़ी का ज्ञान। उर्दू अरबी फारसी,बहुभाषा सम्मान॥ बेटी हिन्दी की विधा,धारे रुप अनेक। व्याकरण के ज्ञान से,करती अलग विवेक। बेटी कहानी रुप है,कविता आतम मान। रेखाचित्रा लघुकथा,निबंध पत्र को ज्ञान। नाटक अरु एकांकी,अरु कहो उपन्यास। डायरी अरु संस्मरणा,हिन्दी का इतिहास॥ यात्रा वृत्तांत है,भेंटवार्ता वार्ता आन। जीवनियाँ,आलोचना,गद्य विधा का […]
