मन में भाव आते हैं तो लिखता हूं। दिल में दर्द होता है तो लिखता हूं।। किसी का कुछ न लेता हूं न बिगाड़ता हूं। केवल अपने उदगारो तो मैं लिखता हूं।। दीवार के सहारे खड़ा हूं तेरा क्या लेता हूं। केवल अपने दिल की तपिश बुझा लेता हूं।। तू […]
Uncategorized
भव्य जीवन, सभ्य मनन, शेरदुक्पेन शील। महायान शाखा शिखी, समरसता की झील।। सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक तथा आर्थिक दृष्टि से समृद्ध, सुंदर रंगरूप एवं चित्ताकर्षक शारीरिक गठनवाली शेरदुक्पेन जनजाति अरुणाचल प्रदेश की एक महत्वपूर्ण जनजाति है। इनका कद मध्यम होता है। अरुणाचल का पश्चिमी कामेंग जिला इनके निवास क्षेत्र हैं । […]
