बेशक शब्दों में चिंगारी रखो लेकिन अच्छे लोगों से यारी रखो कवि हो तुम कवि धर्म तुम्हारा निष्पक्ष अपनी कलमकारी रखो कहते हैं आईने हो तुम समाज के बेशक लेखन अपना जारी रखो कहते हो गर कलमकार खुद को कलम के प्रति वफ़ादारी रखो लोग चाटुकारिता पर उतर आए शर्म […]

नई दिल्ली। विश्व हिन्दू परिषद ने मंदिरों को सरकारी अधिग्रहण तथा अवैध धर्मांतरण से मुक्ति के भारतीय जनता पार्टी के तमिलनाडू चुनाव संकल्प पत्र का स्वागत करते हुए आज मांग की है कि देश-भर के सभी मंदिरों को इस विभीषिका से मुक्त कराया जाए। विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय महा-मंत्री […]

फाल्गुन मे फाग उड़ाए सखी तूने, अब चैत्र का मास आ गयो है। धरा बसंती अब हो गई है, मस्ती का मौसम छा गयो है। कोयल कूक रही बागन में, आम पर बौर आ गयो है। भौरे मंडरा रहे है फूलों पर, मिलन का मौसम आ गयो है।। छोटी छोटी […]

हार्ट एक संरचनात्मक दृष्टिकोण से गांवों का देश है, और सभी ग्रामीण समुदायों में अधिक से अधिक हद तक। कार्षी करिया है, इसीलिए भारत को भारत कार्षी दर्शन देश का संघ भी मिला है। लगभग 70% भारतीय किसान हैं। वह भारत की रीढ़ हैं। खाद्य फसलों और तिलहन का उत्पादन […]

कुंभ की रंगीन छटा में छिपा है कड़ा परिश्रम छिपी है अटूट आस्था छिपा है एक विश्वास देश विदेश से कुंभ में जो भी यहां आएगा कुंभ रमणीकता से गंगामय हो जाएगा तन ही नही मन शुद्धि कर लीजिए कुंभ में परमश्रद्धा की डुबकी लगाइये इस कुंभ में।#श्रीगोपाल नारसन Post […]

अभिलाषाओं को अभिव्यक्त करती , भावनाओं को चित्रित करती , कल्पनाओं के सिंधु में अनुपम अलंकृत होती , वह है अतुल्य अनुपम हिंदी । मां वाग्मयी के आशीर्वाद की तरंगिणी , काव्य का आलौकिक अल्हाद ,अनुभूति का सृजन , वर्ण से अक्षर तक नवल गीत अनंत रंगीनी , कभी चारु […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।