किसको सुनाएं गरीब कहानी गुरबत की। मर-मर के जीना है ये निशानी कुदरत की॥ न बरसात हो तो खेतों के सूखने का खौफ। अगर बरसात हो जाए फिक्र होने लगे छत की॥ गरीबी से हो जब रिश्ता,न रिश्तेदार रहते हैं। न खैर की उम्मीद,न उम्मीद किसी खत की॥ तमाम उम्र […]
राही हूँ इस सफ़र का, तो हिस्सा हूँ किसी क़ाफ़िले का, मंज़िल मेरी मुझे कहीं नज़र न आई, सफ़र तय कर आया मीलों का॥ दुनिया की भीड़ में शामिल हूँ, अलग से मेरी कोई पहचान नहीं, ख़ुद से बेख़बर दौड़ रहा हूँ वो दौड़, जिसका कोई अवसान नहीं॥ पैरों तले […]
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कभी शोक कभी हर्ष है, जीवन तो संघर्ष है। नाते-रिश्ते झूठे सारे, बिन मुद्रा सब व्यर्थ है। जाति,धर्म,संन्यास,गृहस्थी, कामवासना मोह मद। अपनी-अपनी सबकी तिकड़म, अलग सभी के अर्थ हैं। राजनीति की लुटिया लेकर, […]
‘जीएसटी’ का मतलब समझो, समझ भी लो कर्तव्य हमारा। व्यापारियों चिंता मत करना, जन-जन से कर देश हमारा॥ न छूट जाए कोई भी हमारा, भारत वर्ष है सबको प्यारा। चलो बढ़ाओ हाथ मिलकर, यही राष्ट्र का उत्तम नारा॥ मजबूत बनाओ भारत प्यारा, हो दुनिया में सबसे न्यारा। अमीर-गरीब सभी कर […]
कहते हैं जनाब यहाँ,भरपूर रोजगार है…, कितनों का बाकी है कर कितनों का गिरवी है घर, कितनों के ऊपर देखो टूटा ये पहाड़ है… किसी की बेटी भूखी, किसी का बेटा भूखा किसी का भूखा यहाँ पूरा परिवार है,.., कोई आधा चोटिल है कोई पूरा घायल है, कोई अपने घर […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।