जीवन की चिंता किसे है अभी तो कुंभ चल रहा है यह भी सब जानते है , कही चुनाव चल रहा है सवाल न उठाओ उनसे वे अवसर के बादशाह हैं उन पर फ़र्क नही पड़ता कोरोना में कौन मर रहा है मरने पर मोक्ष मिलेगा सबको क्योंकि अभी कुंभ […]
(ओमान से एक हिंदी शिक्षक की गुहार) कवरिंग लेटर :– जैसे मैं पहले लिख चुका हूँ सीबीएसई से सम्बद्ध इंडियन स्कूल निजवा ओमान से हिन्दी भाषी हिन्दी शिक्षक – शिक्षिकाओं को षड्यंत्र करके हंटाकर हिन्दी भाषा को कमजोर किया जा रहा है। ये बातें लिखने पर स्कूल वाले जेल में […]
नव दीप जले,नव पुष्प खिले, नित्य मां का आशीर्वाद मिले। कभी ना हो दुखो का सामना, उसका सैदेव आशीर्वाद मिले।। करता हूं प्रार्थना मां दुर्गा से, तुमको सुखो का भंडार मिले। किसी को कोई कष्ट न हो जरा, सबको हर तरह का सम्मान मिले। घर घर में हर तरह खुशहाली […]
खुदरा बाजार में मँहगाई तो हमेशा से दिखती रही है लेकिन विवशता तो तब सामने आई जब थोक मँहगाई दर पिछले सारे रिकार्ड को तोड़ते हुए थोक कीमतो पर आधारित मुद्रास्फीति 7•39 प्रतिशत हो गयी है।मँहगाई की यह ऊँची रफ्तार आम लोगो पर भारी है। फरवरी में यह केवल 4•17 […]
रोज सूरज उगता था एक जैसा… परन्तु आज अलग उगा है जिसमें कोई आकर्षण नहीं नजर आ रहा है फीका-फीका सा जो कल तक चलती थी शीतल मंद-मंद हवा मेरे गांव में, वो आज हो गई है बेहद जहरीली । कल हुए दंगों ने मेरे गांव में फैला दी है […]
बड़े बड़े वैज्ञानिक डाक्टर और शोधकर्ता आदि ने कोरोना से पूछा। क्या तुम्हें पता नहीं हैं, की देश के पाँच राज्य में चुनाव हैं। कोरोना बोला आप चिंता मत कीजिये। हम तो पांच राज्यों के अलावा अभी बाकी राज्यों में व्यस्थ हूँ। इसलिए दो मई तक जो भी करना हैं […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।