रुड़की | ब्राइट फ्युचर के बैनर तले सेंट्रम होटल में आयोजित हाई स्कूल व इंटर के प्रतिभावान छात्र छात्राओं के सम्मान समारोह में संस्कार,स्वास्थ्य व आध्यात्मिक ता अपनाकर भविष्य का सफल नागरिक बनने की प्रेरणा दी गई।साहित्यकार श्रीगोपाल नारसन, पत्रकार हर्ष हसीन व अध्यापिका अनुराधा के संयुक्त संचालन में आयोजित […]

जब समर को थी ज़रूरत कुछ साँसों की तब एक साँस बनकर तुम उभरी कितनों की बातें कितनों के लक्ष्य सधे तुम पर पर तुम उभरी तुमने जीना चाहा उनसे दूर जो घोंठते थे गला तुम्हारा मृत्यु की शय्या पर लेटे भीष्म की भाँति जब बेबस थी, लाचार थी तुम […]

पैसा  ईश्वर  तो नहीं, नहीं ईश  से न्यून। जग में पैसा बोलता, रिश्ते  सनते खून।। ईश्वर भी है वो बड़ा, जिस पर चढ़े करोड़। जग में  पैसा बोलता, रिश्ते  पीछे   छोड़।। पैसे से  पद  बिक  रहे, पैसे से सम्मान। जग में पैसा  बोलता, बिकते हैं  ईमान।। वैवाहिक रिश्तें बिकें, कहते […]

पिता  की पगड़ी को जो गिरा दे,वो इश्क नहीं हो सकता है, अपनी शान में पिता का मान गिरा दे, वो इश्क नहीं हो सकता है, मां की कोख में जिस बेटी को, पिता ने बचाया है,, उसी बेटी ने देखो पिता का कैसे मान गिराया है,, जिस बेटी को […]

गर्मी से कुछ राहत मिली जब से बारिश धरा पर गिरी सुखी मिटटी हो गई नम छाई खुशियां खो गई गम अब धरती का श्रंगार करो फलदार वृक्षारोपण करो प्रकृति सन्तुलन हो जाएगा पर्यावरण शुद्ध बन जाएगा आक्सीजन सबको खूब मिलेगी स्वस्थ जीवन से आयु बढ़ेगी मन मस्तिष्क भी पवित्र […]

जुदाई का गम, पलकों पे मोती बहुत है ये मोहब्बत, तु तक्लीफ देती बहुत है। सोचा था कुछ दिन में सब भूल जायेगी पर वो मुझे  याद  कर रोती बहुत है। ____________ जब तक नशा था शराब मे वो सुला रही थी, निंद खुलते ही देखा उसकी याद रूला रही […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।