शा उत्कृष्ट उ मा वि आगर मालवा (म प्र) के राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त शिक्षक डाॅ दशरथ मसानिया ने छात्रों तथा शिक्षकों के लिये हिन्दी नवाचार शैक्षणिक सामग्री दोहों तथा चौपाइयों मे संकलन कर गेय बनाया है। जो कक्षा 9 से 12 तक छात्रों के लिए बहुत उपयोगी है । इसमें हिन्दी […]

मन, वचन, कर्म से जो रहते एक समान कथनी करनी में फर्क न करे बन जाते है वही महान झूठ का पर्दा कभी न ढके सत्य को ही अपना मान जो सत्य पथ पर ही चलते होता उन्ही का सदा गुणगान कठिन जरूर है पर असंभव नही कष्ट बहुत है […]

गणपति आखिर विदा हो गए, बरखा तुम कब जाओगी । अब तो हद-पार अति हो गई, कब तक हमें सताओगी। मानसून में रिमझिम-रिमझिम, हमको प्यारी लगती हो । आषाढ़ी कृषक की, सावन में, बहन हमारी लगती हो। तुम्हें मनाने तुम्हें बुलाने , जाने कितने जतन किए । देर से ही […]

माउंट आबू में अखिल भारतीय मीडिया सम्मेलन का आयोजन,देश विदेश के दो हजार पत्रकार ले रहे है भाग ब्रह्माकुमारीज एवं आर ई आर एफ की भगिनी संस्था, ” मीडिया प्रभाग ” के संयुक्त तत्वावधान में एक अखिल भारतीय सम्मेलन का आयोजन माउंट आबू के शांतिवन के कांफ्रेंस हॉल में किया […]

लिखता में आ रहा, गीत मिलन के में। कलम मेरी रुकती नही, लिखने को नए गीत। क्या क्या में लिख चुका, मुझको ही नही पता। और कब तक लिखना है, ये भी नही पता। लिखता में आ रहा…..।। कभी लिखा श्रृंगार पर। कभी लिखा इतिहास पर। और कभी लिख दिया, […]

दिव्य ज्ञान पढ़कर उनको बने महान जीवन जीने की कला है उनमें ज्ञान का अथाह भंडार है उनमें बीस हजार चार सौ मन्त्रो का गुलदस्ता हर आवश्यकता की पूर्ति का गुलदस्ता अरब अमीरात ने भी वेदों को माना भारत को वेदों की जन्म भूमि माना। #श्रीगोपाल नारसन परिचय: गोपाल नारसन की […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।