नवरात्र देवी पूजा का चल रहा अनूठा दौर नो दिनों का उपवास है देवियां सबकी सिरमौर छोटी छोटी कन्याओ की इन्ही दिनों में होती खोज घर लाकर इन्हें जिमाने की लग जाती चहु ओर होड़ नवरात्र बीतते ही फिर कन्याएं बेगानी हो जाती कन्या जन्म लेने की घटना देवी भक्तो […]

पिघलता है जब हिमालय तब जाकर कहीं नदी में बहती है साँसें नदी में संचरित होता है जब जीवन तब जाकर कहीं खेतों में सरसों के फूल खिलते है गेहूं की बालियाँ लहलहाती है धान की खुशबू महकती है खेत हरित होते है जब तब जाकर कहीं पहाड़ जीवंत होते […]

उत्तराखंड के रुड़की में खुलने जा रही व उत्तर प्रदेश के गजरौला व अरुणाचल के इटानगर में पहले से ही स्थापित वेंकटेश्वर यूनिवर्सिटी ब्रह्माकुमारीज का मूल्यपरक शिक्षा पाठ्यक्रम लागू करने जा रही है।ब्रह्माकुमारीज संस्था से जुड़े साहित्यकार श्रीगोपाल नारसन के प्रयासों से ब्रह्माकुमारीज व विश्वविद्यालय के बीच उक्त बाबत केंद्रीय […]

चाहत चंदा चाँदनी, चातक चलित चकोर। द्रोही तम को चाहते, सर्प निशाचर चोर।। . ✨✨२✨✨ चाहत तुलसी दास की, राम सिया हनुमान। रामचरित मानस रचे, कविता छंद विधान।। . ✨✨३✨✨ चाहत कुंती की भली, दैव कृपा से पूत। सूर्य पुत्र को जन्म दे, पालन हो घर सूत।। . ✨✨४✨✨ चाहत […]

इक माँ ने जन्म दिया, इक नन्हे राज दुलारे को। प्यार स्नेह और संस्कार से सींचा, अपनी आँख के तारे को। न जाने कौन सी कमी रह गई, उसे नेकदिल बनाने में। घात लगाएँ बैठा था वो, अपने अन्दर शैतान जगाने को। कैसे हाथ लगाया उसने, मासूम लड़कियों के जिस्म […]

महात्मा गाँधी के विचार लोकतंत्र के लिए एक रीड के समान थे | गांधीजी ने उस समय ये विचार पूरी शक्ति से अंग्रेजो के सामने रखे की भारत को लोकतंत्र के रूप में ही चलाया जा सकता है और किसी भी हुकूमत को भारत की जनता मानने को तैयार नहीं […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।