अनुवाद से मौलिकता समाप्त होती हैं ,गुणवत्ता का ह्रास होता ।मातृभाषा को ही शिक्षा का माध्यम बनाओं -आचार्य विद्यासागरजी मसा. नागदा (धार) | विश्व शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर 2019 को शिक्षाविद स्व.डॉ.गुलाब चौरसिया की स्मृति में शिक्षक संदर्भ समूह भोपाल द्वारा आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की पावन निश्रा में […]

वर्षो के बाद आज मुझ को। मेरी दिल रुबा मुझे आज दिखी। यादे मेरी पुरानी फिर ताजा हो गई। दिल एक दम से बहुत खुश हुआ। जिंदगी में मजा आज फिर आ गया।। मधुर यादे लिए में जी रहा था। आज उनको देखकर माज़ा आ गया। मानो जन्नत मुझे फिर […]

9 से 14 अक्टूबर तक दिल्ली में होने वाले महा यज्ञ में जुटेंगे देश-विदेश से श्रद्धालु जारी कर्ता: विनोद बंसल राष्ट्रीय प्रवक्ता Post Views: 40

जख्म इतने हैं मेरे दिल मे, कि कलम मेरी खून उगलती है! पर उन लोगों से अच्छी है, जिनकी पसन्द रोज बदलती है!! जो धोखाधड़ी का जाल बुनकर, ठग लेते हैं भावनाओ को! उनसे तो भली कलम मेरी, जो हर मुद्दे पर फिर संभलती है!! झूठ फरेब के बिछाते है, […]

चलते चलते मुझे श्रीराम मिल गए । चलते चलते मुझे श्रीकृष्ण मिल गए । बातो ही बातो में वो पूछने लगे। क्या करते हो तुम? मैने कहाँ की में एक कवि हूँ जी। सुनकर दोनों जन जोर से हंस पड़े। मैने पूछा उनसे क्या हो गया जी। कहने वो लगे […]

किस रावण को ढूंढ रहे हो रावण तो अपने अंदर है रावण जैसा जो न हो बस, राम उसी के अंदर है काम,क्रोध,मोह,लोभ अहंकार, जिनसे छुटा नही उन्ही के अंदर रावण है यह सत्य किसी से छिपा नही रावण को अगर भगाना है अपनी बुराइयों को भगाओ पहले रावण के […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।