प्रो. सरोज कुमार जी को मिलेगा स्वर्णाक्षर सम्मान इन्दौर। कीर्तिशेष डॉ. कुँअर बेचैन जी की जन्म जयंती निमित्त मातृभाषा उन्नयन संस्थान व डॉ. कुँअर बेचैन स्मृति न्यास, ऑस्ट्रेलिया द्वारा काव्य कुँअर व काव्य दीप सम्मान समारोह का आयोजन सोमवार, शाम को 4.30 बजे से श्री मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति में […]

इन्दौर। श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति, इन्दौर के साप्ताहिक कार्यक्रम ‘सृजन विविधा’ में रचनाकारों के रचनापाठ के साथ-साथ मात्रिक कार्यशाला भी आयोजित की गई। शिक्षिका मनीषा व्यास ने छंद के विधान पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम संयोजक व समिति की साहित्य मंत्री डॉ. पद्मा सिंह ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि […]

योग दिवस पर वे बेचारे बहुत अफसोस कर रहे हैं जो योग नहीं कर पाए फेसबुक के लिए फोटो भी नहीं मिला। अगर आप मिडिल क्लास से आते हैं और ‘जी’ रहे हैं तो आपसे बड़ा ‘योगी’ कौन? जिंदगी की योगा क्लास कभी खत्म नहीं होती आप एक आसन की […]

आज इतवार है, और आज भी मुझे वो बचपन वाला इतवार याद आता है। मैं घर में सबसे छोटी हूँ, भैया की दुलारी और पापा की परी हूँ मैं। शनिवार रात से ही सुबह का इंतज़ार रहता था, कई बार तो सोते-सोते ही सपनों में ही इतवार घूम जाता था। […]

कलयुगी मानव की लालसाएंँ सुरसा की तरह बढ़ रही हैं। निस्वार्थ प्रेम और विनम्र भक्ति की मूर्ति खंड-खंड हो रही है। लालसा की देवी यत्र- तत्र- सर्वत्र प्रतिष्ठित हो रही हैं। प्रपंच /पाखंड की नौका पर सवार सब स्वार्थ की नैया खे रहे हैं। नैतिकता, तप, प्रेम, परहित ,त्याग, संवेदना […]

लोग क्या कहेंगे का भूत अच्छे अच्छों को गुलाटी खाने पर मजबूर कर देता है और वह बंदर बना उछल कूद करता अपने ही सर के बाल नोचता रह जाता है। यह करोगे तो लोग क्या कहेंगे? वह करोगे तो लोग क्या कहेंगे ?इस चक्कर में अच्छा भला आदमी दूसरों […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।