आँखों से पिलाए न साकी,तो क्या रखा है पीने में, ज़जबात न हों जिस दिल में कोई वो दिल भी क्या है सीने में। किस्मत बुलन्द है क्या मेरी,पाया हमराज़ तेरे जैसा, हमराही न हो तुम-सा गर,तो फिर क्या रखा है जीने में। नीलम,पुख़राज,मणीं-माणिक सारे ही पहन कर देख लिया, […]