भ्रूण किया गुहार ऐ माँ बड़ी मिन्नतो के बाद , विधाता ने दिया , तेरी कोख मे स्थान , माँ मुझे दे वरदान , कृपा कर जीने का । क्या तू मुझे देख नहीं सकती ? तो मुझसे क्या.?कोई ममत्व नहीं , क्यों….? क्रूर बन , करवाती हो भूण हत्या […]
कौन करेगा जग में ऐसा जैसा माँ प्यार…. करती है बिना स्वार्थ के .. अपने बच्चे का वो ख्याल रखती है । हो पागल या फिर लूला , फिर भी ना वो बदलती है । प्राणो से भी बढ़कर , बच्चे की सेवा करती है । पद प्रतिष्ठा देखकर , […]
ना जाने …. क्या सोच…. मै उठा लेती हूं … कोई भी किताब बस…. यही देखने.. कि..शायद बनी हो… ऐसी भी कोई किताब.. जिसमें हो… नारी के….. सुख दुख का हिसाब… फिर..दुबारा.. इसी आशा के साथ…. खोजती नई किताब.. कि ये होगी वो किताब.. जिसमे होगा….. नारी की पीड़ा और […]
वृद्धाआश्रम में रहकर भी, माँ संतान सप्तमी रहती है। हो जाए न बच्चे का अनिष्ट, यही सोच प्रभु को भजती है॥ दुनिया का उसे कोई मोह नहीं, पर उससे वो मोह करती है। आशा का दीप जलाकर, देहरी पर बैठा करती है॥ उसकी गलतियों पर भी, वो किस्मत को दोष […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।