जय मातु केहरिवाहिनी सब पर कृपा कर दीजिए, हम आपके सब लाल हैं,भवतार पार उतारिए। संसार की सारी चमक चमके तुम्हारे भाल से, संहार दुष्टों का किया श्रंगार मुन्डों के माल से। प्रतिमा तुम्हारी दिख रही नयना नयन अभिराम है, चक्षु नेत्र शोभित आपका काजल जगत की शाम है। तुम […]