“सुप्रसिद्ध कवयित्री गीता गुप्ता मन की पुस्तक आहुति का हुआ भव्य विमोचन “

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साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली की पंजाब इकाई उद्घाटन समारोह के अंतर्गत आहुति पुस्तक माला विमोचन के अंतर्गत संस्थान की छंदेष्टि पत्रिका की सम्पादिका आ. गीता गुप्ता मन के व्यक्तित्व व कृतित्व पर आधारित उनकी आहुति पुस्तक का विमोचन बड़े ही भव्य तरीके से सम्पन्न हुआ। आपकी पुस्तक का विमोचन आधुनिक साहित्य जगत के प्रकांड विद्वान महागुरुदेव डॉ. राकेश सक्सेना जी के करकमलों से किया गया। विमोचन आयोजन के अंतर्गत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष आ. राजवीर सिंह मंत्र जी व सह अध्यक्ष आ. कुमार रोहित रोज़ जी व साहित्य जगत के अनेक विद्वान मौजूद रहें।
“आहुति” जैसा कि नाम से विदित है।आहुति किसी विशेष से कार्यसिद्धि के निहित दी जाती है जहाँ कुछ बुरी भावनाओं दुराग्रहों का अंत होता है वहीं कुछ नवीन विचारों और सत्गुणों का उदय भी। यह संकलन भी कुछ विशेष उद्देश्यों से संकलित किया गया जाता है। कवयित्री आदरणीया गीता गुप्ता मन जी आज किसी परिचय की मोहताज़ नहीं,काव्यक्षेत्र में लगभग हर काव्य विधा पर आप सिद्धहस्त हैं। काव्य की विभिन्न विधाओं में एक से बढ़कर एक रचना इस संकलन आहुति में संकलित है।
आपकी इस आहुति संकलन में विभिन्न आयामों की रचनाएँ संकलित की गई हैं। लगभग सभी रचनाएँ समाज के सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं को उजागर करती हैं, जो राष्ट्रभाव से ओतप्रोत दिखती हैं।
यह संकलन भी काव्य जगत में अपार लोकप्रियता हासिल करेगा ऐसी आशा व विश्वास के साथ कवयित्री गीता गुप्ता मन जी को सभी विद्वानों ने हार्दिक बधाई देते हुए, उनकी सकारात्मक रचनाओं की भूरि-भूरि प्रशंसा की।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।